विश्व स्ट्रोक दिवस के मौके पर एम्स के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर विनय
गोयल ने कहा, ‘‘वायु में पीएम2.5 का उच्च स्तर कार्डियोवैस्कुलर मृत्यु दर
जोखिम को बढ़ाता है। अंतर्राष्ट्रीय अध्ययनों ने प्रदूषण और स्ट्रोक के
जोखिम के बीच संबंध को दर्शाया है। भारत में हालात और खतरनाक हो सकते
हैं।’’ ये भी पढ़ें - जब हो किसी के प्यार में..तो भूल कर भी ना करें ये गलतियां...
शुरुआती लक्षणों में शरीर के एक हिस्से में कमजोरी, बोलने या
भाषण को समझने और एक या दोनों आंखों से देखने में दिक्कत महसूस होना शामिल
हैं।
(आईएएनएस)
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