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बढती एज के साथ आपकी लाइफ भी बिजी होती जारी है।
तरह-तरह की जिम्मेदारियां, बढती जरूरतें आपको मशीन बना देती हैं और आपको
आराम करने की फुर्सत ही नहीं मिलती, फिर आप नर्वस सिस्टम जाने-अनजाने में
ही प्रभावित होने लगात है। नर्वस सिस्टम का कमजोर होने एक ऐसी बीमारी है,
जो आपकी हेल्थ को दीमक की तरह चाट जाती है। आप शारीरिक-मानसिक रूप से किसी
भी काम के लिए फिर नहीं रह जाते हैं। यह एक ऐसा रोग है, जो बाहर से नजर
नहीं आता, पर अंदर ही अंदर आपको पीडा से छटपटाते रहते हैं। आप हमेशा
शारीरिक और मानसिक दुर्बलता महसूस करते हैं। बात-बात पर आपको गुस्सा आ जाता
है। आप जल्दी ही झगडा कर बैठते हैं। अपना कांफिडेंस खो बैठते हैं। मन
अस्थिर रहने लगता है और अच्छे-बुरे को समझने की क्षमता कम हो जाती है। हर
वक्त ये विचार आता रहता है कि आप किसी योग्य नहीं हैं। झूठ बोलना, स्वार्थी
बन जाना आम बात हो जाती हैं। भूख नहीं लगती है। कब्ज बनी रहती है। मन में
आत्महत्या का विचार आने लगता है। उपचार के अभाव में आपको लकवा हो जाना,
बहरापन आ जाना या बात करने की शक्ति खत्म हो जाना जैसी परेशानियां भी हो
सकती हैं।
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