मसूड़े हमारे शरीर का महत्वपूर्ण
हिस्सा है जो दांतों
को मजबूती प्रदान करने का काम
करते हैं। लेकिन सही
तरीके से मुंह की
सफाई ना की जाए,
तो मुंह में बैक्टीरिया
जमा हो जाते हैं
और इससे मसूड़ों को
नुकसान पहुंचता हैं। ऐसे में
कई लोगों के साथ मसूड़ों
से खून आने की
समस्या सामने आती हैं। मसूड़ों
से खून आना, जिसे चिकित्सकीय
भाषा में मसूड़ों से
रक्तस्राव के रूप में
जाना जाता है, एक
खतरनाक लक्षण हो सकता है।
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क्यों
आता है मसूड़ों से खून?
मसूड़ों
से खून आना मसूड़ों
से रक्तस्राव को संदर्भित करता
है, आमतौर पर दांतों को
ब्रश करते समय, फ्लॉसिंग
करते समय, या कुरकुरे
खाद्य पदार्थ खाते समय। यह
मसूड़ों की बीमारियों जैसे
मसूड़े की सूजन (मसूड़ों
की हल्की सूजन) और पेरियोडोंटाइटिस (मसूड़ों
का उन्नत संक्रमण) का मुख्य लक्षण
है। आक्रामक तरीके से ब्रश करने,
गलत फिटिंग वाले डेन्चर, हार्मोन
में बदलाव के कारण भी
रक्तस्राव हो सकता है।
मधुमेह, ल्यूकेमिया, रक्त
पतला करना, और विटामिन की
कमी।
हल्का और कभी-कभार
मसूड़ों से खून आना
आमतौर पर कोई बड़ी
चिंता का विषय नहीं
है। लेकिन बिना किसी कारण
के बार-बार मसूड़ों
से खून आना और
मसूड़ों से खून आना
एक अंतर्निहित दंत/स्वास्थ्य समस्या
का संकेत देता है जिसके
उपचार की आवश्यकता है।
मसूड़ों
से
खून
आने
के
कारण
मसूड़ों से खून आना
विभिन्न मसूड़ों की बीमारियों, मौखिक
स्वास्थ्य समस्याओं और अंतर्निहित चिकित्सा
स्थितियों के परिणामस्वरूप हो
सकता है। आइए संभावित
कारणों पर विस्तार से
नज़र डालें:
मधुमेह: उच्च रक्त
शर्करा का स्तर मसूड़ों
और केशिकाओं को कमजोर कर
सकता है, जिससे उनमें
आसानी से रक्तस्राव हो
सकता है।
रक्त विकार: ल्यूकेमिया, हीमोफीलिया
और प्लेटलेट विकारों के कारण मसूड़ों
से अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है।
दवाएं: वारफारिन, एस्पिरिन
और हेपरिन जैसे रक्त को
पतला करने वाली दवाएं
रक्तस्राव के जोखिम को
बढ़ा सकती हैं।
विटामिन की कमी: विटामिन सी
और के की कमी
से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं
और खून निकलने का
खतरा हो सकता है।
प्लाक बिल्डअप: प्लाक दांतों
पर बैक्टीरिया, भोजन के मलबे
और लार की एक
चिपचिपी फिल्म होती है। जब
ब्रश/फ्लॉसिंग द्वारा नहीं हटाया जाता
है, तो प्लाक कठोर
होकर टार्टर में बदल जाता
है, जिससे मसूड़ों में जलन होती
है और उनमें रक्तस्राव
होने का खतरा होता
है।
मसूड़े की सूजन: प्लाक निर्माण
के कारण होने वाली
मसूड़ों की बीमारी का
प्रारंभिक प्रतिवर्ती रूप। इससे मसूड़े
लाल, सूजे हुए और
कोमल हो जाते हैं,
जिनमें धीरे से ब्रश
करने पर भी आसानी
से खून निकलता है।
पीरियडोंटाइटिस: उन्नत अपरिवर्तनीय
मसूड़ों का संक्रमण जो
मसूड़ों और जबड़े की
हड्डी को नुकसान पहुंचाता
है, जिससे दांत ढीले हो
जाते हैं और गिर
सकते हैं। यह मसूड़ों
से खून आने का
एक प्रमुख कारण है।
आक्रामक ब्रशिंग: कठोर ब्रिसल
वाले टूथब्रश से जोर-जोर
से ब्रश करने से
मसूड़ों में खरोंच और
रक्तस्राव हो सकता है।
ख़राब फिटिंग वाले डेन्चर: गलत तरीके
से लगाए गए डेन्चर
मसूड़ों से रगड़ खा
सकते हैं, जिससे जलन
और रक्तस्राव हो सकता है।
मुँह की शल्य चिकित्सा: दांत निकालने
जैसी प्रक्रियाएं अस्थायी रूप से मसूड़ों
से रक्तस्राव का कारण बन
सकती हैं।
हार्मोनल परिवर्तन: यौवन, गर्भावस्था,
और रजोनिवृत्ति इससे मसूड़े संवेदनशील हो सकते हैं
और रक्त संचार बढ़ने
के कारण खून बहने
की संभावना हो सकती है।
एचआईवी / एड्स: संक्रमण के
कारण मसूड़ों में सूजन और
अल्सर हो सकता है,
जिससे रक्तस्राव हो सकता है।
कैंसर उपचार: रसायन चिकित्सा
और विकिरण खराब प्रतिरक्षा और
मसूड़ों की समस्याओं का
कारण बन सकता है।
भोजन विकार: एनोरेक्सिया और
बुलिमिया में कमी हो
सकती है जिससे मसूड़ों
से खून आ सकता
है।
नोट:
इस
आलेख
में
दी
गई
जानकारियों
पर
हम
दावा
नहीं
करते
कि
ये
पूर्णतया
सत्य
और
सटीक
हैं।
इन्हें
अपनाने
से
पहले
संबंधित
क्षेत्र
के
विशेषज्ञ
की
सलाह
जरूर
लें।
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