पति पत्नी के जीवन में नोंकझोंक का होना आम बात है। लेकिन यही नोंकझोंक कलह का कारण भी बन जाती है और रिश्तों में कड़वाहट के साथ आई दरार की वजह से रिश्ता टूटने की नौबत आ जाती है। रिश्ते की इस टूटने को दुनिया यह कहकर संतुष्ट होती है कि इनके विचार आपस में नहीं मिले जिसके कारण यह अलग हो गए। यदि इसे वास्तुशास्त्र की दृष्टि से देखा जाए तो घर में स्थित वास्तु दोष इसका बड़ा कारण हो सकता है। वास्तु से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो घर में नकारात्मकता का संचार करते हुए आपके रिश्ते को प्रभावित करती हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आइए डालते हैं एक नजर वास्तुशास्त्र के अनुसार बताई गई उन बातों पर जिनके चलते रिश्तों में टूटन आती है..
1. वास्तु के अनुसार हमेशा दक्षिण या पूर्व दिशा में सिर करके सोएं, ताकि पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के अनुसार आप दीर्घायु और गहरी नींद प्राप्त कर सकें आरामदायक व भरपूर नींद से दांपत्य जीवन अधिक सुखद बनता है।
2. मेहमानों और दोस्तों को ड्राइंग रूम में ही बैठाएं। अपने बेडरूम में हर किसी को नहीं लाना चाहिए, वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा करने से शयन कक्ष में नकारात्मक उर्जा का स्तर बढ़ता है, जिससे आपस में लड़ाई की संभावनाएं बढ़ती हैं।
3. आजकल बैडरूम के साथ ही अटैच लैटबाथ बनाया जाता है। यदि आपके बैडरूम में भी ऐसा ही है तो उसका दरवाजा हमेशा बंद रखें अन्यथा उसकी नकारात्मक ऊर्जा आपके जीवन में भी कड़वाहट घोल सकती है। साथ ही आपके सोने वाले पलंग के गद्दे के नीचे कागज, कपड़े, प्लास्टिक थैली या अन्य कोई सामान न रखें। साथ पलंग के नीचे फर्श पर जूते, कबाड़ या कचरा आदि भी नहीं रखना चाहिए। इन वस्तुओं के होने से भी नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है।
वास्तु दोष उत्पन्न न हो इसलिए कमरे में लाईट तेज नहीं होनी चाहिए एवं लाइट ऐसी हो कि पलंग पर सीधा प्रकाश न पड़े। प्रकाश हमेशा पीछे या बाईं ओर से आना चाहिए। पलंग बैडरूम के दरवाजे के एकदम नजदीक नहीं होना चाहिए। यदि ऐसा होगा तो मन में अशांति व व्याकुलता बनी रहेगी।
4. आपसी प्यार और बेडरूम की ख़ूबसूरती के लिए यहां मनी प्लांट्स भी लगाए जा सकते हैं, ये शुक्र के कारक हैं। मनी प्लांट लगाने से पति-पत्नी के संबंध मधुर होते हैं।
5. बैडरूम हमेशा उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस दिशा में कमरा होने से उनके आपसी संबंधों में प्रगाढ़ता आती है, जिससे जीवन में प्रेम बना रहेगा।
6. यदि मानसिक तनाव अधिक रहता हो या पति-पत्नी के बीच अनबन रहती हो, तो सोते समय सिरहाने से बांसुरी रखने से लाभ होगा। वैवाहिक रिश्तों में मधुरता लाने के लिए उत्तर दिशा में नाचते हुए मयूर या राधा-कृष्ण की आलिंगनवद्ध पेंटिंग लगाना अच्छा होता है। संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपत्तियों को श्री कृष्ण के बालरूप या गाय-बछड़े की तस्वीर शयनकक्ष में लगानी चाहिए।
7. दीवारें कभी भी सफेद या लाल रंग की नहीं होनी चाहिए। गहरे रंग की अपेक्षा हल्का रंग बेहतर होता है। हरा, गुलाबी या आसमानी रंग अच्छा प्रभाव छोड़ता है, कमरे में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। आपसी मतभेदों को कम करने के लिए आप इन रंगों का प्रयोग पर्दे और बेडशीट के रूप में भी कर सकते हैं।
8. अपराध, यातना, अशान्ति आदि के चित्र कमरे में न लगाएं। विवाह की तस्वीर कमरे में रखने से आपसी प्रेम बढ़ता है।
9. पति-पत्नी के रिश्ते में मजबूती और प्रेम को बनाए रखना चाहते हैं तो इस बात का ध्यान रहे कि आपका पलंग कभी भी कमरे के बीम के नीचे नहीं होना चाहिए। सीमेंट कंक्रीट और लोहे से बना बीम अलगाव का प्रतीक होता है जो रिश्तों में दूरियां बढ़ाता है। यदि ऐसा करना संभव न हो तो बीम के नीचे बांसुरी या विंड चाईम लटका देना चाहिए, इससे वास्तु दोष दूर हो जाता है। साथ ही बेडरूम में आईना नहीं होना चाहिए, यदि है तो सोते वक्त उसे ढककर अवश्य रखें।
10. बेडरूम में फर्नीचर लोहे का और आकार में धनुषाकार, अर्धचंद्राकार या वृत्ताकार नहीं होना चाहिए। इससे दंपत्ति का स्वास्थ्य खराब रह सकता है। आयताकार, चौकोर लकड़ी के फर्नीचर ही वास्तु में शुभ माने गए हैं।
आलेख में बताए गए उपाय जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन उपायों को अपनाने से पहले विशेषज्ञ से सलाह मशविरा जरूर करें।
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