30 अप्रैल 2025, बुधवार को अक्षय तृतीया का पावन पर्व पूरे देश में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा। इसे ‘अखा तीज’ के नाम से भी जाना जाता है और हिंदू धर्म में यह तिथि अत्यंत शुभ मानी जाती है। मान्यता है कि इस दिन किया गया दान-पुण्य, पूजा, और खरीदी ‘अक्षय’ यानी कभी समाप्त न होने वाला फल प्रदान करती है।
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अगर इस दिन सोना या चांदी खरीदना संभव न हो, तो भी कुछ विशेष वस्तुएं ऐसी हैं जिनकी खरीद से घर में सौभाग्य, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। आइए जानते हैं उन सात वस्तुओं के बारे में, जिन्हें अक्षय तृतीया पर खरीदना बेहद शुभ और फलदायक माना गया है:
1. मिट्टी का घड़ा
पारंपरिक मान्यता के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन मिट्टी का घड़ा खरीदना अत्यंत शुभ होता है। इसे जल भरकर घर में रखने से वातावरण ठंडा और शांत रहता है, और साथ ही आर्थिक संकट भी दूर होते हैं। पूजा घर में रखा गया घड़ा आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाता है।
2. पीतल या तांबे के बर्तन
यदि महंगे धातुओं की खरीदी संभव न हो, तो पीतल या तांबे के बर्तन लेना एक आदर्श विकल्प है। ये बर्तन न केवल स्वास्थवर्धक हैं, बल्कि इन्हें घर में लाने से शुद्धता, धन वृद्धि और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
3. कौड़ी
कौड़ी को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इस दिन 11 पवित्र कौड़ियों को लाल कपड़े में बांधकर पूजा स्थल पर रखने से घर की तिजोरी में धन की निरंतर वृद्धि होती है। यह व्यापार और धन-समृद्धि के लिए अत्यंत लाभकारी उपाय है।
4. जौ (बरली)
जौ को धरती माता का पहला अन्न कहा गया है और इसे भगवान विष्णु का आशीर्वाद स्वरूप भी माना जाता है। अक्षय तृतीया पर जौ खरीदकर घर में रखना अनंत पुण्य, अन्न-वृद्धि, और पारिवारिक समृद्धि का संकेत माना जाता है।
5. पीली सरसों
पीली सरसों न केवल पूजा में उपयोगी है, बल्कि इसे घर में रखने से सौभाग्य का आगमन होता है। इसे अक्षय तृतीया पर खरीदकर पूजा स्थान पर रखने से घर में धन, वैभव और स्थिरता बनी रहती है।
6. दक्षिणावर्ती शंख
धन और सौभाग्य की चाह रखने वालों के लिए दक्षिणावर्ती शंख को घर में स्थापित करना अत्यंत शुभ होता है। इसे माता लक्ष्मी के भाई का प्रतीक माना जाता है और इसकी पूजा से घर में आध्यात्मिक ऊर्जा और आर्थिक समृद्धि आती है।
7. रूई (कॉटन बत्ती)
यदि आप महंगी वस्तुएं नहीं खरीद पा रहे हैं, तो एक साधारण रूई भी इस दिन बेहद शुभ मानी जाती है। इसे पूजा में दीप जलाने के लिए उपयोग किया जाता है, जिससे घर में शांति, सकारात्मकता, और आध्यात्मिक जागरूकता बनी रहती है।
अक्षय तृतीया केवल खरीदारी का दिन नहीं है, बल्कि यह आत्मिक उन्नति, शुभ ऊर्जा और आध्यात्मिक संतुलन को आमंत्रित करने का शुभ अवसर है। इन सात वस्तुओं की खरीदी से न केवल पारंपरिक मान्यताओं की पूर्ति होती है, बल्कि जीवन में स्थायित्व, समृद्धि और संतोष भी आता है।
नोट—यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित है। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खास खबर डॉट कॉम एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।
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