जयपुर। स्नान, दान और पतंगबाजी के लिए खास मकर संक्रांति का त्योहार जाना जाता है। इस बार मकर संक्रांति महापर्व पर दिनभर महापुण्यकाल रहेगा। सुबह 8.55 बजे सूर्यदेव मकर राशि में प्रवेश करेंगे। मंगलवार को 10 घंटे 29 मिनट तक पुण्यकाल का समय रहेगा।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस बार मकर संक्रांति पर बदलने वाली ग्रह चाल व्यापारी-शिक्षित वर्ग के लिए फलदायी रहेगी। लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। इस बार संक्रांति पीले वस्त्र पहन बाघ पर सवार होकर आएगी। ऐसे में शिक्षित वर्ग के लोगों के लिए मकर संक्रांति शुभ फलदायी मानी जा रही है।
मकर संक्रांति पर गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है। स्नान-दान करने से उसका सौ गुना पुण्य फल प्राप्त होता है। इसी दिन सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त होगा।
14 जनवरी को मनाया जाएगा पतंग उत्सव
जल महल की पाल पर मंगलवार 14 जनवरी को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक आयोजन होगा। इस दौरान देश विदेश के पर्यटक आपस में पेंच लड़ाएंगे। इस मौके पर पतंग प्रदर्शनी के साथ ही लोक कलाकारों की ओर से नृत्य संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। पतंग बनाने वाले कारीगर भी आने वाले लोगों को पतंग बनाने की विधि बताएंगे। पतंग उत्सव का लुत्फ लेने के लिए आने वाले सैलानियों के लिए फैंसी पतंगों को आसमान में उड़ते देखना भी रोचक होगा। इस मौके पर परंपरागत व्यंजनों का वितरण भी किया जाएगा। पर्यटकों को नि:शुल्क पतंग और नि:शुल्क ऊंटगाड़ी सवारी के साथ रिझाया जाएगा।
साप्ताहिक राशिफल 10 फरवरी से 16 फरवरी 2025 तक
बिजनेस में कामयाबी के लिए फरवरी 2025 में सर्वार्थ सिद्धि योग!
मंगल दोष के कारण असफल वैवाहिक जीवन सहित अनेक बाधाएं आती हैं, राहत के उपाय!
Daily Horoscope