नई दिल्ली। पूरे देश में आज महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। मध्यप्रदेश के महाकालेश्वर सहित कई मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। महाशिवरात्रि के दिन लोग व्रत और पूरे विधि विधान से भगवान शंकर की पूजा करते हैं। इस महाशिवरात्रि पर ऐसे विशेष संयोग बन रहा है । इससे उन लोगों को मिलेगा विशेष लाभ जो लोग अब तक मनचाहे वर की तलाश में हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यहां देखें , महाशिवरात्रि का महत्व.....
हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता रहा है। ऐसी माना जाता है कि इस दिन शिव और पार्वती का विवाह हुआ था। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव पर एक लोटा जल चढ़ाने से भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। इस दिन व्रत , उपवास , मंत्रजाप तथा रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। चतुर्थी तिथि 21 फरवरी को शाम 5 बजकर 20 मिनट से
22 फरवरी 2020 को शाम 7 बजकर 2 मिनट तक होगा। रात्रि प्रहर की पूजा का समय: 21 फरवरी को शाम 6 बजकर 41 मिनट से रात 12 बजकर 52 मिनट तक
इस प्रकार करें शंकर भगवान प्रसन्न:
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