यूं तो सभी 36 करोड देवी-देवता को स्मरण करना संभव नहीं है लेकिन उनमें से
कुछ खास देवों का स्मरण और आराधना करने से न केवल रोजगार संबंधी सभी
परेशानियां दूर होती हैं, बल्कि आरे-तारे-उतारों से जुडी सभी समस्यानएं दूर
होती जाती हैं। कहते हैं कि श्री हनुमानजी की विधि-विधान और श्रद्धा भाव
से उपासना सर्व कल्याणकारी है। मनोवांछित फल प्राप्त करने और दुःख, कष्ट,
बाधा एवं भूत-प्रेत के प्रकोप से बचने के लिए श्री हनुमानजी की आराधना
करनी चाहिए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
भगवान हनुमानजी की पूजा के लिए लाल चन्दन,
सिन्दूर, शुद्ध घी, चमेली का तेल, धूप, लाल पुष्प, जनेऊ, प्रसाद में बूंदी
आदि का प्रयोग करना चाहिए। सिन्दूर और घी या चमेली का तेल मिलाकर हनुमान
जी का श्रृंगार करना चोला चढ़ाना कहा जाता है, ऐसा करने से श्री हनुमानजी
की कृपा प्राप्त होती है। श्रृंगार के बाद श्री हनुमानजी की आरती और
पञ्चमुखी दीपदान का विधान है। दीपदान में लाल रंग के सूत से बनी बत्ती और
शुद्ध घी का प्रयोग किया जाता है।
कामदा एकादशी पर करें यह काम, होते हैं कुंडली के ग्रह दोष शांत
आज का राशिफल: जानिये कैसा बीतेगा 2023 तिमाही का अन्तिम दिन
आज का राशिफल
Daily Horoscope