वर्ष 2022 का पहला सूर्यग्रहण कल शनिवार 30 अप्रैल को लगेगा। 30 अप्रैल की मध्य रात्रि 12.15 मिनट से यह सूर्यग्रहण शुरू होगा जिसका समापन रविवार 1 मई प्रात: 4 बजकर 7 मिनट पर होगा। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का प्रभाव दुनिया में सभी पर किसी न किसी प्रकार से पड़ता है। इसका प्रभाव अच्छा और बुरा दोनों प्रकार से हो सकता है। ग्रहण के समय सूर्य से निकलने वाली हानिकारक किरणें मनुष्य के जीवन को प्रभावित करती हैं। इन हानिकारक किरणों का प्रभाव सबसे अधिक गर्भवती महिलाओं और बच्चों पर पड़ता है। इसलिए इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
सूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को सबसे अधिक ख्याल रखने की जरूरत होती है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के दौरान उन्हें घर से बाहर तो कदापि ही नहीं निकलना चाहिए क्योंकि इस समय निकलने वाली हानिकारक किरणें उनकी सेहत को नुकसान पहुँचा सकती हैं। इसके साथ ही उन्हें किसी भी नुकीली चीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से उनके शिशु के अन्दर विकृति आ सकती है। इस समय वे किसी भी प्रकार की सिलाई-कढ़ाई का भी कोई कार्य न करें। सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटना, कपड़े की सिलाई करना और नुकीले या धारदार उपकरणों के काम से बचना चाहिए। इससे बच्चे को शारीरिक दोष हो सकता है।
सूर्य ग्रहण के समय करें ये उपाय
1. सूर्य ग्रहण के कुप्रभाव से बचने के लिए गर्भवती महिला को तुलसी का पत्ता जीभ पर रखकर हनुमान चालीसा और दुर्गा स्तुति का पाठ करें।
2. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को मानसिक जप करना चाहिए। इससे गर्भस्थ शिशु के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा असर पढ़ता है।
3. सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद गर्भवती महिला को स्नान जरूर करना चाहिए नहीं तो उसके शिशु को त्वचा संबधी रोग लग सकते हैं।
इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। खास खबर डॉट कॉम हिंदी इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से संपर्क जरूर करें।
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