नई
दिल्ली। मकर संक्रांति का त्यौहार हिन्दू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से
एक है। हिंदू धर्म में इस दिन से सूर्य उत्तरायण होता है, जब उत्तरी
गोलार्ध सूर्य की ओर मुड़ जाता है, इसलिए इसे मकर संक्रांति कहा जाता है।
मकर संक्रांति के दिन सूर्य की पूजा की जाती है और उन्हें सूर्य देवता के
रूप में पूजा जाता है, जो पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों का पोषण करते हैं।
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मकर संक्रांति से पहले देशभर में गंगा सहित पवित्र नदियों पर सोमवार सुबह
श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। इस खास और पावन मौके पर श्रद्धालुओं ने गंगा में
डुबकी लगाकर स्नान किया और भगवान सूर्य की अराधना की। वाराणसी, प्रयागराज
और हर की पौड़ी हरिद्वार में सुबह से श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू
हो गई।
इस मौके पर श्रद्वालुओं के लिए हर जगह खास इंतजाम किए गए हैं।
हरिद्वार में महिलाओं और पुरुषों के स्नान के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई
हैं वहीं, प्रयागराज, वाराणसी में श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। प्रयागराज में कल्पवासी, स्टेशनों व
बस अड्डों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है और आस्था तथा
भक्ति का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। प्रशासन ने इस खास मौके के लिए
बसों और ट्रेनों की अतिरिक्त व्यवस्था की है। गंगासागर में रिकॉर्ड संख्या
में लोग पहुंचे हैं।
मकर संक्रांति पर गंगा में स्नान का विशेष महत्व...
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