आषाढ़ शुक्ल की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का विशेष पर्व मनाया जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई यानी मंगलवार को मनाई जाएगी। भारतीय संस्कृति में गुरु को देवता तुल्य माना गया है। इस बार चंद्र ग्रहण और गुरु पूर्णिमा पर्व एक साथ होगा। गुरु पूर्णिमा पर यह लगातार दूसरे वर्ष चंद्रग्रहण लग रह है। वहीं, 16 जुलाई यानी मंगलवार को चंद्र ग्रहण रात 1:31 से शुरू होकर 17 जुलाई सुबह 4:31 बजे तक रहेगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस क्रम में चंद्र ग्रहण के नौ घंटे पूर्व 16 जुलाई को सूतक लगने के कारण शाम 4:30 से मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। बता दें कि पिछली साल भी गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण पड़ा था। पिछले साल 27 जुलाई को गुरु पूर्णिमा पर ही खग्रास चंद्रग्रहण था। पहले इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 51 मिनट थी।
इस वर्ष 16 और 17 जुलाई को 149 साल बाद गुरु पूर्णिमा पर चन्द्रग्रहण का साया रहेगा। 16 जुलाई को दोपहर डेढ़ बजे ग्रहण का सूतककाल शुरू होगा। श्रद्धालु डेढ़ बजे से पूर्व ही गुरु की पूजा-अर्चना कर पाएंगे। यह ग्रहण भारत में दिखाई देगा।
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