भारत धर्म-निरपेक्ष देश है, यहां सब धर्मो का सार देखने को मिलता है। भारत में हर जगह पर भाईचारे की मिसाल देखने को मिल जाती है। भारतीय संस्कृति में बहुत सी जगह ‘अनेकता में एकता’ की झलक देखने को मिलती है। यह एक ऐसी चीज है जो भारत जैसे सांस्कृतिक और विरासत में समृद्ध देश पर पूरी तरह लागू होती है। भारत में धर्म की बात की जाएं तो यहां भले ही बहुत धर्म हों पर सांस्कृति तो एक ही है इसलिए भारत देश आज भी बहुत सुंदर देश है और इसकी सभ्यता उतनी ही महान है। ऐसे में आज आपको एक अनोखे शिवलिंग के बारे में बताने जा रहे है जिसमें दो धर्मों के लोग एकसाथ पूजा करते है। वैसे तो आपने कभी भी हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोगों को एकसाथ पूजा करते हुए नहीं देखा। लेकिन, गोरखपुर से 25 किमी दूर खजनी कस्बे के पास सरया तिवारी नाम से एक गांव है। इस गांव में भगवान शिव का एक चमत्कारी मंदिर है जहां हिन्दू-मुस्लिम मिलकर एकसाथ पूजा करते है। इस मंदिर में भगवान शिव का एक अनोखा शिवलिंग स्थापित है जिसे झारखंडी शिव कहा जाता है। मान्यता है कि यह शिवलिंग कई सौ साल पुराना है और यहां पर इनका स्वयं प्रादुर्भाव हुआ है। यह शिवलिंग हिंदुओं के साथ मुस्लिमों के लिए भी उतना ही पूज्यनीय है क्योंकि इस शिवलिंग पर एक कलमा (इस्लाम का एक पवित्र वाक्य) खुदा हुआ है। माना जाता है कि यह वाक्य खुद महमूद गजनवी ने शिवलिंग पर खुदवाया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
चूहे खा गए 19 किलो गांजा और भांग, अदालत में गवाही के दौरान हुआ खुलासा
उदयपुर के मेनार गांव में खेली गई बारूद की होली
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, रास्ते में पुनर्जीवित हुई महिला, अब सकुशल और ICU में है
Daily Horoscope