दोस्ती यूं तो दिल से की जाती है लेकिन ज्योतिष के अनुसार देखा जाए तो
कुछ खास ग्रहों के स्वामियों के साथ दोस्ती या मैत्री रखी जाए तो आप
मालामाल रह सकते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नवग्रहों में सूर्य-सिंह राशि,
चंद्रमा-कर्क राशि, मंगल-मेष व वृश्चिक, बुध-मिथुन व कन्या, गुरु-धनु व
मीन राशि, शुक्र-वृष व तुला तथा शनि-मकर व कुंभ राशि के स्वामी होते हैं।
शास्त्रों में इनमें नैसर्गिक मैत्री संबंध बताए गए हैं। इसके अलावा ग्रहों
में तात्कालिक मैत्री भी होती है, जो इनकी कुंडली में स्थिति के अनुसार
होती है जैसे मंगल व शनि कुंडली में एक साथ बैठे हों तो इनमें तात्कालिक
मैत्री संबंध होते हैं। मोटे तौर पर हम ग्रहों की तीन प्रकार-मित्रता,
शत्रुता व साम्यता के बारे में जानकारी लेते हैं। आइए देखें ग्रहों के
नैसर्गिक मैत्री संबंध क्या हैं :
सूर्य : सूर्य के चंद्रमा, मंगल व गुरु मित्र होते हैं।
शनि-शुक्र शत्रु व बुध से साम्यता के संबंध हैं। इस प्रकार सिंह राशि वाले
की मित्रता मेष, कर्क, वृश्चिक, धनु व मीन राशि वालों से व मकर, कुंभ, वृष व
तुला वाले लोगों से शत्रुता होती है। सूर्य तेज व अधिकारिता के स्वामी हैं
अत: इनकी चाहत रखने वाले से मैत्री संबंध व शनि व शुक्र क्रमश: सेवा व
आराम पसंद होते हैं इसलिए इनसे शत्रुता होती है।
Vastu Tips: बुरी शक्तियों से मिलेगी मुक्ति, रसोई घर में जाकर करें ये काम
आज का राशिफल : ऐसे बीतेगा 12 राशि के जातकों का शुक्रवार का दिन
आज का राशिफल: ऐसे बीतेगा 12 राशि के जातकों का चैत्र शुक्ल् नवमीं का दिन
Daily Horoscope