गणेश
चतुर्थी (Ganesh Chaturthi
2019) को सिर्फ एक ही दिन शेष बचा है। हिंदू पंचाग के अनुसार हर साल
भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi
2019) का त्योहार मनाया जाता है। इस साल 2 सितंबर (सोमवार) को गणेश चतुर्थी
का पर्व है। शास्त्रों में बताया गया है कि इसी तिथि पर भगवान गणेश का
जन्म हुआ था।
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गणेश चतुर्थी पर बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता भगवान
गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। गणेश चतुर्थी से 10 दिनों तक
गणेशोत्सव भी शुरू हो जाता है। गणेश चतुर्थी पर अलग-अलग मान्यता है। आज हम
आपको गणेश चतुर्थी के बारे में बताने जा रहे है। जिसके बारे में आपको जानना
जरूरी है।
ऐसा कहा जाता है कि गणेश चतुर्थी के दिन चांद न देखें। इसे कलंक
चतुर्थी और पत्थर चौथ भी कहते हैं। मान्यता है कि चंद्रदर्शन से मिथ्यारोप
लगने या किसी कलंक का सामना करना पड़ता है। दृश्ज्ञिट धरती की ओर करके और
चंद्रमा की कल्पना मात्र करके अघ्र्य देना चाहिए।
मान्यता है कि एक बार
गणेश जी चंद्र देवता के पास से गुजरे तो उसने गणपति का उपहास उड़ाया। गणेश
जी ने शाप दिया कि आज के दिन जो तुझे देख भी लेगा वह कलंकित हो जाएगा।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान कृश्ज्ञण ने भी भूलवश इसी दिन चांद देख लिया था
और फलस्वरुप उन पर हत्या व स्मयंतक मणि जो आजकल कोहिनूर हीरा कहलाता है,
जो इस समय इंग्लैंड में है, उसे चुराने का आरोप लगा था।
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