मुंबई। वयोवृद्ध कवि, गीतकार, और पटकथा लेखक जावेद अख्तर ने शो 'वागले की दुनिया' के प्रोमो के लिए कुछ पंक्तियाँ लिखी हैं क्योंकि इसे एक साल पूरा हो गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्हें शो के बारे में जो सबसे ज्यादा पसंद आया, वह हैं इसमें दिखाई जा रही पारवारिक संस्कृति।
'वागले की दुनिया' के साथ अपने जुड़ाव के बारे में बात करते हुए, अख्तर ने कहा कि 'वागले की दुनिया' के बारे में जो चीज मुझे हमेशा प्रभावित करती है, वह है छोटे-छोटे क्षण, सुख और दुख जो हमने एक परिवार के रूप में एक साथ साझा किए हैं और जीवन में परिस्थितियों के माध्यम से युद्धाभ्यास किया है। मुझे नहीं लगता कि ऐसी बहुत सी कहानियां हैं जो इस द्वंद्व को वास्तविक रूप से दर्शाती हैं जैसा कि यह शो करता है। मुझे 'वागले की दुनिया' के एक साल पूरे होने के महत्वपूर्ण अवसर के साथ जुड़कर खुशी हो रही है, और मैं वास्तव में कामना करता हूं कि भारत आने वाले समय में भी वागले परिवार में खुशियां ढूंढता रहे।
'वागले की दुनिया' आम आदमी की दुविधाओं, सामाजिक मुद्दों, पारिवारिक मूल्यों और आकांक्षाओं को दशार्ती है। और यह दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित होने के कारणों में से एक है।
परिवार के महत्व के बारे में साझा करते हुए, अख्तर ने कहा कि भारत में, जब हम परिवार में पैदा होते हैं, तो हम परिवार में रहते हैं, और परिवार के साथ हमारा लगाव असाधारण रूप से मजबूत होता है। इसलिए, हालांकि चीजें बदल रही हैं और हम एकल परिवार में बदल रहे हैं।
'वागले की दुनिया' का प्रसारण सोनी सब पर होता है। (आईएएनएस)
बिग बॉस प्रतियोगी सोनिया बंसल और शिव ठाकरे म्यूजिक वीडियो कोई बात नहीं के लिए आए साथ
शक्ति आनंद ने कुंडली भाग्य का एक्शन सीक्वेंस वन-टेक में किया पूरा
'ये है मोहब्बतें' की एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी की एक्सीडेंट में टूटी हाथ की हड्डियां
Daily Horoscope