नई दिल्ली। एक दशक से अधिक के समय में टेलीविजन और फिल्मों में समान रूप से सक्रिय शरद केलकर का मानना है कि उन्हें टेलीविजन पर अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाने का एक मंच मिला। लेकिन उन्होंने कहा कि टेलीविजन की सामग्रियों में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
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शरद से फिल्मों और टीवी कार्यक्रमों की सामग्रियों में आए बदलाव के बारे में पूछने पर उन्होंने आईएएनएस से कहा, ‘‘टीवी सामग्री में बदलाव नहीं हो रहा है, क्योंकि जिन चीजों का इस्तेमाल हम कर रहे हैं, वे आठ साल पुरानी हैं... हो सकता है कि 20 से 30 प्रतिशत लोग कुछ अलग करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बाकी सब वही है, जो पहले था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म की कहानी आपको ढाई घंटे में पूरी करनी होती है। इसलिए, आपको पूरी तरह अलग सेटअप मिलता है, और आपके पास काफी समय होता है। लेकिन एक अभिनेता के रूप में मैं दोनों माध्यमों के बीच अंतर नहीं करना चाहता और मैं हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करता हूं।’’
‘सात फेरे-सलोनी का सफर’, ‘उतरन’, ‘एजेंट राघव - क्राइम ब्रांच’ जैसे धारावाहिकों में विभिन्न प्रकार की भूमिकाएं निभा चुके शरद को इससे पहले संजय दत्त अभिनीत फिल्म ‘भूमि’ में खलनायक धौली के रूप में देखा गया था।
उनका मानना है कि कलाकारों को हर तरह की भूमिकाएं निभाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
अभिनय के अलावा, शरद ने डबिंग कलाकार के रूप में भी नाम कमाया है। उन्होंने फिल्मकार एस.एस. राजामौली की ‘बाहुबली : द बिगिनिंग’ और ‘बाहुबली 2 : द कॉन्क्लूजन’ के हिंदी संस्करण में अभिनेता प्रभास के किरदार अमरेंद्र और महेंद्र बाहुबली को अपनी आवाज दी थी।
टेलीविजन चैनल सोनी मैक्स पर रविवार को ‘बाहुबली 2 : द कॉन्क्लूजन’ का टीवी प्रीमियर होना है।
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