सिनेमाघरों से दूर हुए दर्शक ये भी पढ़ें - जब इस डायरेक्टर ने राखी गुलजार को मारा था थप्पड़
कोविड-19 के चलते बंद हुए
सिनेमाघरों ने दर्शकों को घर बैठे टीवी पर फिल्में देखने का शौकीन बना दिया
है। फिल्मकारों ने अपनी फिल्मों को ओटीटी प्लेटफार्म पर देकर दर्शकों को
अब उसका शौकीन बना दिया है। यह कमोबेश वैसी स्थिति है जैसी 21वीं सदी के
शुरूआत में घर-घर में टीवी आने के कारण हुई थी। उस दौरान भी बहुत कम दर्शक
सिनेमाघरों की ओर रुख करते थे। 200 करोड़ की लागत वाली सूर्यवंशी को सफल
फिल्म बनने के लिए कम से कम 300 करोड़ का कारोबार सिनेमाघरों से करना होगा,
तभी उसकी लागत निकल पाएगी। यह आँकड़ा छूना मुश्किल नजर आ रहा है। ऐसा भी
नहीं है कि दर्शक सिनेमाघर नहीं जा रहे हैं, लेकिन उतनी तादाद में नहीं
जितना कोविड-19 से पहले जाते थे।
बॉक्स ऑफिस को है उम्मीद
बॉक्स
ऑफिस को पूरी उम्मीद है कि बड़े सितारों से सजी सूर्यवंशी जरूर दर्शकों को
सिनेमाघरों की ओर आकर्षित करेगी। सूर्यवंशी पर तरह से मसाला फिल्म है। इस
तरह की फिल्में पहले भी बन चुकी हैं। पिछले दो साल से दर्शक इसका टे्रलर
देख-देख कर पूरी तरह से ऊब चुका है ऐसे में वह इसके प्रदर्शन के वक्त क्या
नजरिया रखता है यह देखने वाली बात है। हाँ, एक बात जरूर है कि सूर्यवंशी नए
सिरे से फिल्म इंडस्ट्री में जान फूंकेगी। अब तब ओटीटी पर जो भी फिल्में
प्रदर्शित हुई है उन्हें देखने के बाद दर्शकों का यह कहना है कि इन फिल्मों
में एक भी फिल्म ऐसी नहीं थी जो बॉक्स ऑफिस पर सामान्य हालात में
प्रदर्शित होकर 100 करोड़ तक पहुंचने का दम रखती हो। सूर्यवंशी के जरिये
धीरे-धीरे ही सही दर्शक सिनेमाघरों की ओर लौटना शुरू होंगे।
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