मुंबई। गायक शान इस समय संगीत शो इंडियन प्रो म्यूजिक लीग (आईपीएमएल) का हिस्सा हैं। उन्होंने हाल ही में अपने पिता, गीतकार-संगीतकार मानस मुखर्जी को दिवंगत पाश्र्वगायक किशोर कुमार के साथ काम करने के अनुभव को लेकर याद किया। किशोर कुमार और उनके पिता के एक साथ काम करने के बारे में मेजबान करण वाही को दिखाने के लिए, शान ने उल्लेख किया कि अक्टूबर 1986 में उन्होंने अपने पिता को कैसे खो दिया। उनकी अंतिम रचना 'ई जीबनेर पथ सेजा नय जेनो', जो किशोर कुमार द्वारा गाया गया था। संयोग से एक साल बाद उनका निधन हो गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि अगर किशोर कुमार मेरे पिता द्वारा लिखित गीत गा रहे हैं, तो मुझे यकीन है कि मेरे पिता एक प्रसिद्ध व्यक्ति थे। मेरे पास उनकी यह एक अंतिम छवि है, जहां मैं अपने पिता और किशोर दा के पीछे चल रहा हूं। बारिश हो रही थी और वे इस गीत पर चर्चा कर रहे थे। यह एक मीठी याद है, जो मैंने उन दोनों को दी है।"
शान ने कहा, "यह गाना बहुत सालों बाद सामने आया, जो मेरे परिवार के लिए बहुत बड़ी बात थी।" (आईएएनएस)
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