बीती 17 फरवरी को बॉक्स ऑफिस पर कार्तिक आर्यन की फिल्म शहजादा का प्रदर्शन हुआ था। इस फिल्म को लेकर यह कहा जा रहा था कि पठान के बाद प्रदर्शित होने वाली यह पहली बड़ी फिल्म है जिसे देखने के लिए दर्शक सिनेमाघर जरूर आएगा। तमाम उम्मीदें और आशाएँ धराशायी हो गईं फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल हो गई। इस फिल्म के जरिये कार्तिक आर्यन ने बतौर निर्माता अपनी शुरूआत की थी। दर्शकों के साथ-साथ हमने इस फिल्म की असफलता पर काफी सोच विचार किया। इसके बाद हमें कुछ ऐसे सामान्य से कारण नजर आए जिनके चलते दर्शकों ने फिल्म को नकारा। आइए डालते हैं एक नजर उन कारणों पर— ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
फिल्म का रीमेक होना व मूल फिल्म का ओटीटी पर होना
कार्तिक आर्यन की शहजादा की असफलता का सबसे बड़ा कारण इस फिल्म का रीमेक होना है। शहजादा अभिनेता अल्लू अर्जुन की तेलुगू फिल्म अला वैंकुठपुरमुलो का आधिकारिक हिन्दी रीमेक है, जो कि ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है। हालांकि यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर हिन्दी में नहीं है अपितु यूट्यूब पर यह फिल्म हिन्दी भाषा में उपलब्ध है। मूल भाषा के साथ हिन्दी में दूसरे चैनलों पर होने के कारण दर्शक इस फिल्म को पहले से ही देख चुके थे, ऐसे में उन्होंने इसे हिन्दी भाषा में होने के बावजूद देखने की जहमत नहीं उठाई।
अल्लू अर्जुन की नकल लगे कार्तिक
शहजादा की कहानी एकदम सीधी-सादी है। यह अला वैंकुठपुरमुलो की कोरी नकल है। फिल्म की कहानी में ज्यादा फेरबदल नहीं किया गया, जिसके चलते दर्शकों की प्रतिक्रिया इसके विपरीत रही। इसके अतिरिक्त कार्तिक आर्यन अल्लू अर्जुन वालर स्वैग कैरी नहीं कर पाए। कार्तिक से फिल्म में जो करवाया गया वह पूरी तरह से अल्लू अर्जुन की नकल था। अला वैंकुठपुरमुलो की सफलता में अल्लू अर्जुन की स्टाइल, स्वैग और स्टार पावर का बहुत बड़ा योगदान था।
फिल्म के बेहतरीन दृश्य का न होना
अला वैंकुठपुरमुलो की सफलता में एक दृश्य का बड़ा योगदान रहा था। इस दृश्य बोर्डरूम मीटिंग का था, जिसमें बनी का कैरेक्टर नाचने गाने लगता है। दृश्य हास्य से भरा हुआ था, जिसे दर्शकों ने पसन्द किया था। शहजादा में इस दृश्य को कोई स्थान नहीं दिया गया। इसके अतिरिक्त फिल्म को हिन्दी भाषी दर्शकों के लिहाज से ढालने के चक्कर में मूल फिल्म के कई दृश्यों को हटा दिया गया, जिनके चलते दर्शक फिल्म से जुड़ नहीं पाए।
गीत-संगीत की कमजोरी
फिल्म के गीत संगीत को फिल्म प्रदर्शन से पहले ही बाजार में उतार दिया जाता है, ताकि वो फिल्म के लिए माहौल बनाने में कामयाब हो। शहजादा का गीत संगीत इस मामले में भी मात खा गया। फिल्म में एक भी गीत ऐसा नहीं है जो दर्शकों को फिल्म देखने के बाद याद रहे। रही-सही कसर फिल्म के अन्त में फिल्माये गये सलमान खान की फिल्म रेड्डी के रीमिक्स गीत करैक्टर ढीला है ने पूरी कर दी। इस गीत के चलते फिल्म को पब्लिसिटी तो मिली, लेकिन नकारात्मक मिली। दर्शकों को यह गीत बिलकुल पसन्द नहीं आया। मूल फिल्म के गीत बट बुमा और रामुलो ने लोकप्रियता की नई ऊँचाईयों को छुआ था, जिसका फायदा भी फिल्म को मिला था।
पठान और एंटमैन के बीच सैडविच बनी शहजादा
शहजादा पहले 10 फरवरी को प्रदर्शित होने वाली थी, लेकिन फिल्म निर्माताओं ने इसे शाहरुख खान की पठान के चलते एक सप्ताह आगे सरका दिया। उन्हें लगा कि पठान के सामने एक सप्ताह देरी से आना सही रहेगा। लेकिन उनका यह निर्णय उन पर भारी पड़ गया। 17 फरवरी को उनका मुकाबला मार्वल स्टूडियोज की हॉलीवुड फिल्म एंटमैन से हो गया। भारत में मार्वल की फिल्मों को लेकर दर्शकों में अजीब सा जुनून है जिसके चलते वे उसके सामने किसी अन्य फिल्म को तवज्जो नहीं देते। इस तरह से शहजादा पठान और एंटमैन के बीच सैंडविच बनकर रह गई। पठान आज की तारीख में भी शहजादा से ज्यादा कारोबार कर रही है।
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