संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी प्रदर्शन की घोषणा के बाद से ही विवादों में घिर गई है। अब, फिल्म के खिलाफ लंबित मामलों को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने कथित तौर पर आलिया भट्ट की गंगूबाई काठियावाड़ी के निर्माताओं को शीर्षक बदलने का सुझाव दिया है। समाचारों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि ये सुझाव इसलिए है क्योंकि फिल्म पर रोक लगाने को लेकर कई अदालतों में कई मुकदमे काफी समय से लंबित हैं। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान संजय लीला भंसाली से पूछा गया कि क्या फिल्म का नाम बदला जा सकता है? इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार यानी 24 फरवरी को भी सुनवाई होगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गंगूबाई काठियावाड़ी को बर्लिन फिल्म महोत्सव 2022 में विश्व प्रीमियर के लिए चुना गया था। यह फिल्म इस शुक्रवार, 25 फरवरी को सिनेमाघरों में आने के लिए तैयार है। अब, गंगूबाई काठियावाड़ी की रिलीज को रोकने के लिए लंबित मामलों की एक श्रृंखला के कारण, सुप्रीम कोर्ट ने जाहिर तौर पर नाम बदलने का सुझाव दिया। भंसाली प्रोडक्शंस के वकील सिद्धार्थ दवे ने अपने मुवक्किल के साथ सुझाव पर चर्चा करने का वादा किया है। सुनवाई अब कल भी जारी रहेगी।
फिल्म के खिलाफ दर्ज मामलों में गंगूबाई के कथित दत्तक पुत्र बाबू रावजी शाह द्वारा दायर एक मामला है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने गंगूबाई काठियावाड़ी की रिहाई पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। कुछ दिनों पूर्व आज तक.इन से बात करते हुए बाबू रावजी शाह ने कहा था कि, मेरी मां को वेश्या बना दिया गया है। लोग अब मेरी मां के बारे में बेवजह बातें कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के विधायक अमीन पटेल और कमाठीपुरा के निवासियों ने भी गंगूबाई काठियावाड़ी में क्षेत्र के नाम के इस्तेमाल के खिलाफ बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया।
गंगूबाई काठियावाड़ी के बारे में
आलिया भट्ट के अलावा, गंगूबाई काठियावाड़ी में अजय देवगन, पार्थ समथान, शांतनु माहेश्वरी और सीमा पाहवा भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। कहानी एक महिला गंगा की है जो अपने साथी के साथ गुजरात से मुंबई की यात्रा करती है, लेकिन उसे बेच दिया जाता है और वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता है। इसके बाद वह कमाठीपुरा के रेड लाइट एरिया में गंगूबाई नाम की मैडम बन जाती हैं। फिल्म उसके सत्ता में आने और एक के बाद एक चुनौतियों से लडऩे का अनुसरण करती है।
निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी सातवीं ऐसी फिल्म हो गई है जो विवादों में आ गई है। उनकी पिछली प्रदर्शित फिल्म पद्मावती जिसे बाद में पद्मावत के नाम से प्रदर्शित किया गया था, विरोध के चलते बॉक्स ऑफिस की बड़ी टैरेटरी में शुमार राजस्थान में प्रदर्शित नहीं हो पाई थी।
ज्ञातव्य है कि गंगूबाई काठियावाड़ी को लेकर विधायक अमीन पटेल बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे थे। वहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने फिल्म के खिलाफ दो याचिकाओं को खारिज कर दिया। कोर्ट के इस फैसले के बाद गंगूबाई काठियावाड़ी के निर्माताओं को राहत मिली थी।
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