उन्होंने कहा, आधे से ज्यादा मामलों में महिलाएं इसलिए नहीं सामने आती
क्योंकि उन्हें जो कानूनी सहारा मिलता है, उस पर उन्हें भरोसा नहीं होता।
फिल्म एयरलिफ्ट की अभिनेत्री ने कहा कि महिलाओं के सामने आकर बोलने के लिए
जमीनी स्तर पर मानसिकता में बदलाव लाना होगा। निमरत (35) ने कहा कि महिलाओं
के अंदर प्रणाली, सरकार और कानूनी दृष्टिकोण को लेकर भरोसा व आत्मविश्वास
जगाना होगा। ये भी पढ़ें - अर्जुन के साथ संबंध की बात पर तुनकी मलाइका, जवाब सुन हो जाएंगे सन्न
वेवर्ड पाइन्स और होमलैंड जैसी विदेशी टेलीविजन श्रृंखलाओं में
काम कर चुकीं अभिनेत्री निमरत कौर ने कहा कि सांस्कृतिक रूप से हम भले ही
पश्चिम से बहुत अलग हैं, लेकिन पश्चिम से हमें श्रम की गरिमा सीखने की
आवश्यकता है। अभिनेत्री ने अपनी वेब श्रृंखला द टेस्ट केस के लिए
संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, हम सांस्कृतिक रूप से पश्चिम से बहुत
अलग हैं, लेकिन मुझे लगता है कि पश्चिम से श्रम की गरिमा को निश्चित रूप से
सीखा जा सकता है।
उन्होंने कहा, स्पॉट बॉयज से लेकर कलाकार तक सभी एक जैसा
भोजन खाते हैं। इससे काम का माहौल अच्छा होता है। एक कलाकार होने के नाते
हम विशेषाधिकार प्राप्त कर चुके हैं, क्योंकि निर्माता हमारा अच्छे से
ख्याल रखते हैं। लेकिन हमारे साथ काम करने वाले अन्य लोग लंबे समय तक काम
करते हैं और लोगों की ऐसी परिस्थिति देखकर मुझे बहुत बुरा लगता है।
द टेस्ट
केस भारत की पहली महिला कॉमबेट अधिकारी की कहानी है। एक महिला सेना
अधिकारी की भूमिका निभाने की तैयारी के बारे में बात करते हुए निमरत ने
बताया कि इसके लिए उन्हें खाने की आदतों को पूरी तरह बदलना पड़ा। द टेस्ट
केस 26 जनवरी को रिलीज होगी।
कृति से राजनीति में आने के बारे में पूछने पर मिला यह जवाब
मुकेश की आवाज कहे जाने वाले सिंगर कमलेश अवस्थी का निधन
जब रानी के फोटो खिंचवाने से करीना ने किया इनकार
Daily Horoscope