मुंबई। दक्षिण भारतीय अभिनेत्री नित्या मेनन (Nithya Menen) का कहना है कि अभिनेत्रियों को हमेशा सुंदरता की अवास्तविक अपेक्षा से निपटना पड़ता है जो कि गलत है और इस बॉडी शेमिंग पर रोक लगनी चाहिए। नित्या मल्टीस्टारर फिल्म मिशन मंगल से बॉलीवुड में डेब्यू करने जा रही हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हालांकि तथाकथित परफेक्ट चेहरे और फिगर की मांग दक्षिण की अपेक्षा बॉलीवुड में ज्यादा है, इस बारे में नित्या की प्रतिक्रिया के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मीडिया से कहा कि मेरा मानना है कि लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे खूबसूरती के विभिन्न प्रकारों की सराहना करें। हर एक व्यक्ति अलग दिखता है और यही खूबसूरती है। यह बेहद नकारात्मक है जब लोग कहते हैं, तुम्हारी नाक परफेक्ट नहीं है, इसे ठीक करवाओ। नित्या ने आगे कहा, हम एक निश्चित रूप में पैदा हुए हैं और हमें इस पर खुश होना चाहिए।
इसकी शुरुआत बचपन से ही की जानी चाहिए और कभी किसी की शारीरिक कद-काठी की निंदा नहीं करनी चाहिए। नित्या के मुताबिक, मुझे पता है कि लोग बच्चों से उनकी त्वचा की रंगत के बारे में बात करते हैं। कभी बच्चों को मोटू इत्यादि कहकर बुलाया जाता है। इसे तभी रोकना चाहिए। सोशल मीडिया पर काफी ट्रोलिंग होती है, जो कि बेहद निर्मम है! लोग कलाकारों से अवास्तविक सुंदरता की अपेक्षा रखते हैं।
आज अपना 21वां जन्मदिन मना रही है अजय देवगन, काजोल की लाडली न्यासा
दिग्गज एक्टर अनुपम खेर ने उत्तराखंड के लैंसडाउन में बच्चों के साथ बिताया समय
'देवा' सेट से शाहिद कपूर ने दिखाया अपना ब्लैक एंड व्हाइट लुक
Daily Horoscope