नई दिल्ली। महिलाओं के लिए सुरक्षित काम का माहौल बनाए जाने के बारे में बहुत कुछ कहा जा रहा है। वहीं अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा का कहना है कि काम के दौरान कोई असुरक्षित महसूस करे, यह उचित नहीं है और कार्यस्थल की संस्कृति में बदलाव की जरूरत है। वह इस बात से खुश हैं कि महिलाएं खुलकर अपनी बात रख रही हैं, लेकिन उनका मानना है कि यह बहस काफी पहले ही शुरू हो जानी चाहिए थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने एक ईमेल साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह बेहद जरूरी है। इसे बहुत पहले हो जाना चाहिए था। काम के दौरान किसी का भी असुरक्षित महसूस करना उचित नहीं। इसमें कुछ करने के लिए तत्पर होना चाहिए। मुझे खुशी है कि महिलाएं अब खुलकर बात कर रही हैं।’’
यह हॉलीवुड में मूवी मुगल के नाम से प्रसिद्ध हार्वे वाइन्स्टीन पर कई मशहूर अभिनेत्रियों द्वारा आरोप लगाए जाने के साथ शुरू हुआ, जब केविन स्पेसी, जेम्स टोबेक, बेन एफ्लेक, ब्रेट रटनर और डस्टिन हॉफमैन जैसी दिग्गजों ने खुलकार अपनी बात सामने रखी।
इसके बाद अक्षय कुमार ने कॉमेडियन मल्लिका दुआ पर टिप्पणी की- ‘आप घंटी बजाओ, मैं आपको बजाता हूं।’ इसके बाद यह मामला उछला। पेशवर सोनाक्षी मनोरंजन दुनिया को आसान नहीं मानती कि किस तरह उन्हें उन्हें अपने अधिक वजन और बॉक्स-ऑफिस पर असफलता का सामना करना पड़ा।
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