रियलिटी टेलीविजन शो ‘खतरों के खिलाड़ी’ सीजन-8 में नजर आने वाली भारतीय महिला पहलवान गीता फोगाट का कहना है कि वह स्वयं को सबसे असफल इंसान मानती हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान गीता ने यह भी कहा कि इस शो के जरिए वह अपने डर को जानेंगी।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
टेलीविजन शो के लिए अपनी रणनीति के बारे में आईएएनएस को दिए बयान में गीता ने कहा, ‘हार और जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन मैं सबसे असफल इंसान हूं। कुश्ती में मैंने कुछ मैच हारे हैं और यह सामान्य बात है। हालांकि, एक मैच हारने के बाद मुझे उस हार से उबरने में काफी समय लगता है और इस वजह से मैं अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए खतरनाक प्रतिस्पर्धी बन पाती हूं।’
गीता ने कहा, ‘हम जीत के लिए खेलेंगे। इसमें या तो मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़ी प्रतिस्पर्धा दूंगी या जीत हासिल करूंगी।’
दिग्गज पहलवान महावीर फोगाट की बेटी गीता ने 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत सुर्खियां बटोरी थीं और उनके तथा उनके पिता के संघर्ष को दर्शाने वाली फिल्म ‘दंगल’ ने सीनेमघरों में धमाल मचाया था।
डिजाइनर पंकज और निधि के लिए रैंप वॉक करेंगी शरवरी, कहा- मेरा सपना हुआ सच
गेम चेंजर की रिलीज डेट में हुआ बदलाव, अब 2025 में होगा प्रदर्शन
करीना के शो व्हाट वूमेन वांट में आईं आलिया, मेरा गायिका बनने का कोई इरादा नहीं
Daily Horoscope