गुलजार साहब की गजलें और उनके लफ्जों की खूबसूरती को भला कौन भूल सकता है। एक बार कानों में पड़ते ही महसूस हो जाता है कि ये तो गुलजार साहब की ही रचना होगी। आज गुलजार साहब अपना 82वां जन्मदिन मना रहे हैं। 18 अगस्त 1934 को ब्रिटिश इंडिया के झेलम जिले के दीना नामक जगह पर हुआ था जो अब पाकिस्तान में आता है। गुलजार फिल्म इंडस्ट्री के मशहूर गीतकार, प्रोड्यूसर-डायरेक्टर, स्क्रिप्ट और डायलॉग राइटर है। ऑस्कर अवॉर्ड, पद्मभूषण, नेशनल अवॉर्ड, दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड, ग्रैमी अवॉर्ड जैसे अवॉर्ड्स से सम्मानित ‘लिविंग लीजेंड’ गुलजार बॉलीवुड के लिए किसी वरदान से कम नही हैं। इस महान हस्ती के जन्मदिन पर आइए जानते हैं इनकी जिंदगी के बारे में कुछ खास बातें। गुलजार साहब जब पहली बार 1947 में देश के विभाजन के बाद मुंबई आए तो उन्हें शुरुआत में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन धीरे धीरे गुलजार साहब ने अपनी काबिलियत के बल पर बॉलीवुड में अपनी एक जगह बना ली। गुलजार हमेशा उर्दू में ही लिखते हैं। शांत और सौम्य दिखने वाले गुलजार अपनी गीतों और कविताओं से अपनी जिंदादिली को कह जाते हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
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