नई दिल्ली । टीवी के लिए ओटीटी बहुत बदल गया है, अभिनेता हिमांश कोहली कहते हैं, वेब शो के आगमन के कारण मंच पर सामग्री में सुधार हुआ है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
वे कहते है, "ओटीटी ने टीवी को अपने पैसे के लिए एक रन दिया और सभी को माध्यम के अनुकूल होने के लिए मजबूर किया गया। मुझे लगता है कि अब सभी प्रोडक्शन हाउस, बड़े या छोटे, ने भी ओटीटी को पूरा करना शुरू कर दिया है। ओटीटी ने न केवल कुछ देखने की आजादी दी आपकी अपनी गति लेकिन विविधता और आराम से निस्पंदन ने वास्तविक सामग्री को दर्शकों तक पहुंचने में मदद की।"
हिमांश कहते हैं, यह ओटीटी पर चित्रित यथार्थवाद है जिसने दर्शकों के साथ अच्छा काम किया है। "हम सभी अपनी कहानी की दुनिया में रहते हैं, लेकिन वास्तविकता को देखकर इसे स्वीकार करना पड़ता है। अगर सामग्री में मौलिकता और सापेक्षता है तो मैं इसकी अधिक सराहना करता हूं।"
यारिया अभिनेता आगे कहते हैं, "बहुत से लोगों को जेल में डाल दिया गया है, दंडित किया गया है और यहां तक कि बहुत वास्तविक होने के लिए मार डाला गया है, लेकिन आइए सम्मान और स्वीकृति के साथ हमारी वास्तविकता का सामना करें।"
हिमांश कहते हैं, "ओटीटी भी एक सर्व-समावेशी प्लेटफॉर्म है। आप एक ही मंच पर सभी जगहों से आने वाली सामग्री देखते हैं, और वहां आप हर टुकड़े की असली ताकत देखते हैं। बहुत बड़े प्रोडक्शन हाउस हैं और बहुत छोटे लोग काफी अच्छा काम कर रहे हैं।"
वे कहते हैं, "मैं मंच के लिए कानूनों को श्रेय दूंगा, जहां लोग खुद को बेहतर ढंग से व्यक्त करने में सक्षम हैं। ओटीटी एक फिल्म के निर्देशक के ²ष्टिकोण को सीधे आपके सामने लाने में काफी सफल रहा है।"
अभिनेता ने आगे कहा, "जब सोशल मीडिया फलफूलने लगा, तो यह स्पष्ट हो गया कि ये दीवारें धीरे-धीरे टूट रही हैं। किसी परियोजना का हिस्सा बनने के लिए अब 'स्रोत' जैसी चीजों की आवश्यकता नहीं होगी।"
"प्राजक्ता कोहली, हर्ष बेनीवाल, शिवानी सिंह, कुशा कपिला, डॉली सिंह और अन्य जैसे बहुत सारे प्रभावशाली लोग अब केवल प्रभावशाली नहीं हैं और उन्होंने ओटीटी पर काफी छाप छोड़ी है।"
--आईएएनएस
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