मुंबई। आज के दौर में कलाकार अपने किरदार को वास्तविक बनाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अभिनेत्री बिदिता बाग को ले सकते हैं। बिदिता सामाजिक कार्यकर्ता दया बाई की बायोपिक में अपने किरदार के लिए भोपाल में रहने के दौरान नंगे पांव चलीं। फिल्म में अपने किरदार की तैयारी को लेकर अभिनेत्री ने कहा, "यह मेरे लिए बहुत ज्यादा कठिन था, लेकिन मुझे पता था कि मुझे एक कलाकार के रूप में खुद को साबित करना है। इस फिल्म की तैयारी, मेरे लिए भावनात्मक रूप से दर्दनाक थी। मीडिया और लोगों को मेरा किरदार पसंद आए, इसलिए मैंने सच में कड़ी मेहनत की। यह बिल्कुल भी आसान नहीं था, क्योंकि मैं उनकी (दया बाई) तरह नहीं हूं। मैं उनकी तरह शारीरिक हाव-भाव, चलने का ढंग और बातचीत करने की कोशिश कर रही थी।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
दया बाई केरल की एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो मध्य भारत के आदिवासियों के लिए काम करती हैं। वह इस समय मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में रहती हैं और गोंड़ जनजाति की बेहतरी के लिए काम कर रही हैं। इससे पहले वह नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़ी थीं।
क्रू को लेकर ट्रेड विश्लेषक आशान्वित, 8 करोड़ से ज्यादा ओपनिंग की उम्मीद
गॉडजिला एक्स कॉन्ग को लेकर उत्साहित दर्शक, ओपनिंग 13 करोड़
एआर रहमान और कैलाश खेर की परफॉर्मेंस ने मचायी धूम, झूमे फैंस
Daily Horoscope