नई दिल्ली। भारत में प्री-ओन्ड फोन बाजाज में एप्पल का वर्चस्व है। खासतौर पर नॉन-मेट्रो शहरों के युवाओं में एप्पल को लेकर खास प्यार और चाहत है। एक नए सर्वे में पता चला है कि नए स्मार्टफोन बाजार में एप्पल की हिस्सेदारी बहुत कम है लेकिन अगर प्री-ओन्ड फोन्स की बात आती है तो एप्पल कई दिग्गजों को पीछे छोड़ चुका है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्री-ओन्ड फोन बाजार में जितना भी डिमांड है, उसका 25 फीसदी हिस्सा एप्पल फोन्स का है और ओएलएक्स पर सप्लाई के मामले में 21 फीसदी हिस्सेदारी एप्पल का है।
जहां तक एंड्रायड फोन्स की बात है तो प्री-ओन्ड कटेगरी में शाओमी 22 फीसदी डिमांड हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है जबकि सप्लाई के मामले में इसका क्रम 18 फीसदी के साथ दूसरा है।
दक्षिण कोरियाई ब्रांड सैमसंग डिमांड का 15 फीसदी और सप्लाई का 17 फीसदी हिस्सेदारी रखता है।
वनप्लस, वीवो, ओप्पो और रियलमी बजट सेगमेंट में ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। चारों मिलकर ओएलएक्स पर डिमांड और सप्लाई की 30 फीसदी हिस्सेदारी शेयर करते हैं।
लाकडाउन के दौरान प्री-ओन्ड फोन्स के डिमांड में 61 फीसदी और सप्लाई में 76 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
(आईएएनएस)
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