नई
दिल्ली। आपने फिल्मों और खबरों में कोर्ट द्वारा किसी कैदी या अपराधी को
फांसी की सजा सुनाए जाने के मामले तो खूब देखे और सुने होंगे। लेकिन क्या
आप जानते है कि भारतीय कानून में अपराधी के दंड की सबसे बडी सजा फांसी है।
आपको बता दे कि बहुत की रेयर ऑफ रेयरेस्ट केस में ही अपराधी को फांसी की
सजा सुनाए जाने का प्रावधान है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जिस भी व्यक्ति का अपराध जघन्य अपराध की
श्रेणी में आता हो, उसे ही मौत की सजा सुनाई जा सकती है। लेकिन क्या आप
जानते है कि भारत में मौत की सजा यानि फांसी पर लटकाने वाले जल्लाद को
महीने में कितना मिलता होगा।
आज हम आपको बताते है कि भारत में एक काम ऐसा
है कि कानूनन किसी को फांसी एवं डेथ पेनल्टी देने का हक जल्लाद को देता है।
जी हां, हम बात कर रहे हैं जल्लाद की जिसे फांसी की सजा देने के लिए
कानूनन नियुक्त किया जाता है। वैसे अब तो भारत में मौत की सजा बहुत ही कम
मामलों में दी जाती है। फिर भी क्या स्थिति रहती होगी जल्लाद की समझना
मुश्किल है।
जल्लाद को ही फांसी देने का काम...
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