सूत्रों की माने तो इस ऐतिहासिक चिकित्सीय कमाल को वास्तविक बनाने के लिए
जोडे में से एक महिला के अंडाणु को लेकर प्रयोगशाला में एक डोनर के स्पर्म
के साथ विकसित किया गया। फिर इसके बाद जब भ्रूण बन गया तो उसे पहले एक
महिला ने अपने गर्भ में स्थानांतरित करवाया। ये भी पढ़ें - PICS-पांच ऎसे लोग जो कर देंगे हैरान
फिर कुछ समय बाद यही भ्रूण
दूसरी महिला के गर्भ में रखा गया और निश्चित समय पर उसने संतान को जन्म
दिया।
लोगों के लिए रोल मॉडल बनी ये महिला, 96 की उम्र में किया कमाल
चूहे खा गए 19 किलो गांजा और भांग, अदालत में गवाही के दौरान हुआ खुलासा
उदयपुर के मेनार गांव में खेली गई बारूद की होली
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, रास्ते में पुनर्जीवित हुई महिला, अब सकुशल और ICU में है
Daily Horoscope