दरअसल, गोविंद नगर के डीग गेट निवासी सोनू अपनी पत्नी रानू और दो बेटियों
एक साल की साहिबा और तीन साल की नायार के साथ झांसी जाने के लिए ट्रेन पर
चढ़ रहा था। रानू की गोद में बेटी साहिबा और नायरा थी। सोनू सामान पकड़े
था। इसी भीड़-भाड़ में सोनू की जेब कट गई। वो जीआरपी में शिकायत दर्ज
करवाने चला गया। तभी सोनू की पत्नी के गोद में एक साल की बच्ची साहिबा हाथ
से छूटकर ट्रैक के नीचे आ गई। अबोध बच्ची के पैर पटरी से सटे हुए थे। वो
चीख रही थी। उसकी आवाज सुनकर लोगों ने राहत की सांस ली और भगवान को धन्यवाद
दिया। ये भी पढ़ें - गौर से देखिए इन तस्वीरों को, नजर आएंगे अजीब चेहरे!
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