मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक बता दे कि असम में इस तरह की होने वालीं
अनोखी शादी को ‘तोलिनी ब्याह’ का नाम दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस
गांव का रिवाज है कि जब बेटी अपने बचपन की उम्र को पार करके किशोरावस्था
में पहुंचती है। ये भी पढ़ें - Solve This...यहां छुपे है कुछ राज्यों और शहरों के नाम
यानी जब वह अपने पहले मासिक चक्र के अंदर प्रवेश करती है।
तब इस तरह की शादी का आयोजन किया जाता है। बताया जाता है, कि उत्तर भारत
में अभी भी इस विषय को लेकर खुलकर बात नहीं की जाती है, लेकिन वहीं भारत के
कुछ राज्य ऐसे भी है जैसे असम, तमिलाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ इलाको में
लडक़ी के किशोरावस्था में पहुंचने पर शादी की तरह जश्न मनाया जाता है।
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