क्रिसमस ट्री की मान्यताएं ये भी पढ़ें - 6 साल तक नहीं गया ऑफिस फिर भी मिला बेस्ट अवार्ड क्यों ...
यूरोपीय के कुछ देशों में
क्रिसमस के पेड़ की टहनियों का उपयोग भूत भगाने के लिए किया जाता है। इस
जगहों की मान्यता है कि क्रिसमस के पेड़ की टहनियों को रोपने से भूत-प्रेत
और बुरी आत्माएं भाग जाती हैं।
बता दें कि क्रिसमस ट्री को सजाने की
परंपरा जर्मनी से शुरू हुई थी। 19वीं सदी की यह परंपरा इंग्लैंड में
पहुंची जहां से पूरी दुनिया में फैल गई। क्रिसमस ट्री की कहानी प्रभु यीशु
के जन्म से शुरु होती है। जब उनका जन्म हुआ तब उनके पिता मरियम एवं जोसेफ
को बधाई देने वालो ने स्वर्गदूत भी थे।
कहा जाता है कि उन्होंने
सदाबाहर फर को सितारों से रोशन किया था। तब से ही सदाबहार क्रिसमस फर के
पेड़ को क्रिसमस ट्री के रूप में मान्यता मिली। क्रिसमस ट्री को सजाने का
प्रचलन 17वीं शताब्दी से शुरू हुआ।
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