यहीं गिरे थे घायल होकर जटायु... ये भी पढ़ें - इस ऑफिस में अपने आप चलती हैं कुर्सियां!
विशाल परिसर में बने यह मंदिर
भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान वीरभद्र को समर्पित हैं। यहां तीन मंदिर
हैं। हिंदू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार है त्रेतायुग में जब रावण, श्रीराम
की पत्नी का हरण कर ले जा रहा था तब जटायु ने रावण से यहीं युद्ध किया था।
युद्ध के दौरान वह घायल होकर यहीं गिरे थे। इस मंदिर का निर्माण 1583 में
दो भाइयों विरुपन्ना और वीरन्ना ने कराया था जो की विजयनगर राजा के यहां
काम करते थे। हालांकि पौराणिक मत कुछ और ही है उसके अनुसार लेपाक्षी मंदिर
परिसर में स्थित विभद्र मंदिर का निर्माण ऋषि अगस्त्य ने करवाया था।
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