हीरे के कारोबारी
मनसुखभाई सवालिया की हीरे की थैली उनकी जेब से गिर गई थी और पास में
क्रिकेट खेल रहे विशाल ने वह थैली देखी और फिर उसे अपने घर ले गया और पिता
को दिखाया। उसके पिता फूलचंद एक चौकीदार हैं उन्होंने हीरे संघ को लौटा
दिए। संघ ने सीसीटीवी फुटेज को देखकर उस हीरों के असल मालिक का पता लगाया।
इसके बाद हीरा उसके मालिक को सौंप दिया। ये भी पढ़ें - दुनिया का खतरनाक रेल ट्रैक, कमजोर न करें सफर
शनिवार को यहां आयोजित एक
कार्यक्रम में संघ ने विशाल उपाध्याय और उसके पिता फूलचंद को हीरे की थैली
लौटाने के लिए सम्मानित किया। संघ के पूर्व अध्यक्ष दिनेश नवादिया ने बताया
कि संघ ने विशाल की ईमानदारी के सम्मान में उसकी एक साल की शिक्षा का खर्च
वहन करने का भी वादा किया। आपको बता दें कि सूरत दुनिया में हीरे तराशने
का सबसे बड़ा केन्द्र है।
चूहे खा गए 19 किलो गांजा और भांग, अदालत में गवाही के दौरान हुआ खुलासा
उदयपुर के मेनार गांव में खेली गई बारूद की होली
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, रास्ते में पुनर्जीवित हुई महिला, अब सकुशल और ICU में है
Daily Horoscope