कब्र में दफनाने के लिए एक महिला को ताबूत में बंद करके ले जाया जा रहा था तभी महिला ताबूत के ढक्कन को ठक-ठकाने लगी ये बताने के लिए कि वह जिंदा है और जब ताबूत का ढक्कन खुला तो वहां मौजूद लोगों की आंखें खुली की खुली रह गई। महिला का नाम रोजा इसाबेल सेस्पेड कैल्लाका है। वह 36 साल की हैं। महिला को जीवित देख उन्हें ताबूत समेत ही जल्दी से हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उन्हें लाइफ सपोर्ट मशीन पर रखा गया। यह चौंकाने वाली घटना पेरू की है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
Sheepish medics ने कन्फर्म किया कि महिला जीवित है। हालांकि, उनके जिंदा रहने की संभावनाएं बहुत कम थी। थोड़ी देर के लिए उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ था लेकिन फिर उनकी हालत खराब होती गई। और कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गई।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक रोजा का एक्सीडेंट हो गया था। इस कार एक्सीडेंट में उनके देवर की मौत हो गई थी और उनके 3 भतीजे बुरी तरह से घायल हो गए थे। रोजा को भी हॉस्पिटल में मृत घोषित कर दिया गया था। जिसके बाद उन्हें अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। अब हॉस्पिटल के खिलाफ रोजा के परिवार वालों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है। अब यह कयास लगाया जा रहा है कि क्रैश के बाद जब रोजा को हॉस्पिटल ले जाया गया था तब वह कोमा में थीं। लेकिन हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने उन्हें मृत समझ लिया। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। वहीं एक्सीडेंट में गंभीर रूप से घायल रोजा के तीनों भतीजों की हालत में सुधार हो रहा है। लेकिन वह अब भी गम्भीर हालत में ही हैं।
कब्रिस्तान के कार्यवाहक जुआन सेगुंडो काजो ने टिप्पणी की, [उसने] अपनी आँखें खोलीं और पसीना बहा रही थी। मैं तुरंत अपने कार्यालय गया और पुलिस को फोन किया।
उसका परिवार स्वास्थ्य सेवा के अधिकारियों से यह पता लगाने के लिए जवाब मांग रहा है कि उसे पहले मृत क्यों घोषित किया गया था। उसकी चाची ने स्थानीय मीडिया को बताया, हम जानना चाहते हैं कि कल जब हम उसे दफनाने के लिए ले जा रहे थे तो मेरी भतीजी ने ऐसा क्यों किया।
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