इस एकमात्र इमारत में कस्बे के लगभग 200 परिवार रहते
हैं। कस्बे में इन्हीं लोगों की आबादी है। शीतयुद्ध के दौर में यह इमारत
सेना का बैरक होती थी, जहां की कई रहस्यमयी बातें आज तक उजागर नहीं हो पाई
हैं। इस इमारत में सिर्फ लोग ही नहीं रहते, बल्कि उनकी जरूरतों का सामान
खरीदने की भी यहां व्यवस्था है। इमारत में पुलिस स्टेशन, स्वास्थ्य सेवा
केंद्र, प्रोविजन स्टोर, लॉन्ड्री और तल मंजिल पर चर्च है। इनमें काम करने
वाले कर्मचारी और मालिक भी इसी इमारत में रहते हैं। ये भी पढ़ें - चीन के इस शहर में कोई रहने को तैयार नहीं, जानिए क्यों!
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