मिली जानकारी के अनुसार शाजापुर जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर दूर
सांपखेड़ा गांव में रहने वाले नारायण सिंह की पत्नी गीताबाई की कोरोना
बीमारी के चलते मौत हो गई थी। नारायण सिंह धार्मिक प्रवृत्ति के हैं और
उन्हें अपनी पत्नी से बेहद लगाव था। केवल वही नहीं बल्कि उनके बेटे भी अपनी
मां की मौत के बाद टूट से गए थे। ऐसे में बेटों और नारायण सिंह ने पत्नी
की स्मृति में घर के बाहर एक मंदिर बनाने का सोचा और अब सभी ने मंदिर
बनवाने की सोच को मूर्त रूप दिया है। ये भी पढ़ें - अनोखा मामला! पुलिस ने भैंस को किया गिरफ्तार
पत्नी की मौत के तीसरे ही दिन इनके
बेटों ने अलवर राजस्थान में गीता बाई की मूर्ति बनवाने का आर्डर दिया और
डेढ़ माह बाद तीन फीट बड़ी यह सुन्दर प्रतिमा बनकर आ गई। उसके बाद परिजनों
द्वारा अपने घर के बाहर एक छोटा सा मंदिर बनाकर उसमें पूरे विधि विधान के
साथ इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई।
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