थोराट ने कहा, ‘महिला को लेकर ऐसा पहली बार होगा जब वह अस्पताल में बच्चे
को जन्म देगी। इससे पहले उसने घर पर ही बच्चे को जन्म दिया था। किसी भी
खतरे से बचने के लिए हमने उसे स्थानीय सरकारी अस्पताल में भर्ती होने की
सलाह दी है।’ ये भी पढ़ें - मां-बाप का गाना सुन कोमा से जागी 4साल की बच्ची
खराट बीड जिले के मजलगांव तहसील में केसापुरी इलाके की रहने
वाली है। बीड जिला कलेक्टरेट से एक अधिकारी ने बताया, ‘वह गोपाल समुदाय से
संबंधित है जो आमतौर पर भीख मांगने या मजदूरी अथवा छोटे-मोटे काम करते हैं।
वे एक जगह से दूसरी जगह पर जाते रहते हैं।’
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