पहले गेम में सिंधु ने ओकुहारा को 22-20 से हराया, वहीं दूसरे गेम में वह
ओकुहारा के आगे कमजोर नजर आईं और 11-21 से पिछड़ गईं। तीसरा गेम दोनों के
बीच अहम था, क्योंकि यह खिताबी जीत का फैसला करने वाला था। तीसरे गेम में
सिंधु ने अपनी सारी ऊर्जा और ताकत को झोंकते हुए किसी तरह ओकुहारा को
पछाडऩे में सफलता हासिल की। यह भी पढ़े : आपके फेवरेट क्रिकेटर और उनकी लग्जरी कारें....
इस गेम के दौरान एक समय पर सिंधु मैट पर लगभग
थककर लेट गईं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानने की ठानी थी और इसलिए वह फिर
से उठी और उन्होंने तीसरा सेट 21-18 से जीतकर ओकुहारा को मात दी। उल्लेखनीय
है कि इस साल विश्व चैम्पियशिप के फाइनल में ओकुहारा ने सिंधु को मात देकर
स्वर्ण पदक जीता था और भारतीय खिलाड़ी को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
अब सिंधु ने अपना बदला पूरा करते हुए न केवल कोरिया ओपन का खिताब जीता,
बल्कि ओकुहारा के खिलाफ खेले गए मुकाबलों का आंकड़ा भी 4-4 से बराबर कर
लिया। सिंधु का यह दूसरा सुपर सीरीज खिताब है। इससे पहले, उन्होंने स्पेन
की कैरोलीना मारिन को मात देकर इंडिया ओपन का खिताब जीता था।
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