अमरूद के चमत्कारी लाभ

www.khaskhabar.com | Published : शनिवार, 14 अक्टूबर 2017, 3:38 PM (IST)

अमरूद पौष्टिकता से भरपूर फल माना जाता है, इससे संस्कृत में अमृतफल कहते हैं। अमरूद को अफ्रीका का सेब भी कहा जाता है। सर्दी जुकाम में अमरूद के बीजों का चूर्ण पानी के साथ लेने से आराम मिलता है। यह पेट की अनेक बीमारी जैसे मंदाग्रि, कब्ज आदि की शिकायत नहीं होती है। अमरूद बीजों को भी औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।अमरूद में विटामिन, मिरनल और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

यदि पेट दर्द की शिकायत हो तो अमरूद की कोमल पित्तयों को पीसकर पानी में मिलाकर पीने से आराम मिला है। अपच, अग्निमान्द्य और अफारा के लिए अमरूद बहुज ही उत्तम औषधि है। इन रोगों से पीडित व्यक्तियों को 250 ग्राम अमरूद खाना खाने के बाद खाना चाहिए।

यदि जुकाम की साधारण खांसी हो तो अधपके अमरूद को आग में भूनकर उसमें नमक लगाकर खाने से फायदा होता है।

अमरूद में विटामिन सी की अधिकता होने के कारण यह त्वचा से संबंधित बीमारियों को कम करता है और स्किन को ग्लोंइग करता है।

पेट की जलन हो, गुडगुडाहट हो, हाथ पैरों में जलन होती हो, तो हर रोज भोजन के एक घंटे बाद पके हुए एक अमरूद का सेवन करें। इससे इन बीमारी से राहत मिलेगी।

खाने के साथ अमरूद की चटनी और खाना खाने के बाद अमरूद का मुरब्बा तीन महीने तक खानेसे हृदय रोग में लाभ होता है। इससे रक्त संबंधी विकार भी होता है।