सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल से शहर बनेगा स्मार्ट

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 23 सितम्बर 2016, 10:14 PM (IST)

जयपुर। महापौर निर्मल नाहटा ने शक्रवार को नगर निगम में अपने कक्ष में विश्व बैंक के एक दल के साथ बैठक की। बैठक में विश्व बैंक की टीम ने ग्लोबल एनवायर्नमेंटल फैसिलिटी प्रोजेक्ट-5 (जेफ 5) के विषय पर चर्चा की।
यह प्रोजेक्ट सिटी ट्रांसपोर्ट को बेहतर और आधुनिक बनाने के लिए तैयार किया गया है। उल्लेखनीय है कि विश्व बैंक ने देश के चार शहरों चंडीगढ़, जयपुर, भोपाल और मीरा भयंदर का चयन ग्लोबल एनवायर्नमेंटल फैसिलिटी प्रोजेक्ट-5 किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत पारंपरिक बस डिपो को मॉर्डन डिपो में तब्दील किया जा रहा है। साथ ही इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत एनर्जी एफिशिएंट सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत पैंसेजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम को सुधारा जाएगा, ताकि लोगों का समय बचाया जा सके और ज्यादा से ज्यादा सुविधा दी जा सके।
बैठक में महापौर ने कहा कि जयपुर शहर तेजी से बढ़ा है। ऐसे में सार्वजनिक परिवहन से ही पर्यावरण प्रदूषण की समस्या दूर की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया की अपडेटेड टेक्नोलॉजी अपनानी होगी। बैठक में जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (जेसीटीएसएल) के प्रबंध निदेशक नरेश कुमार शर्मा ने बताया कि सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिस अपनाई जाएंगी। बेहतर सर्विस के साथ-साथ कंडक्टर और ड्राइवर्स के व्यवहार में सुधार लाने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही 100 नई बसों की खरीद की जाने वाली है। इससे शहर की परिवहन व्यवस्था में काफी सुधार होगा। उन्होंने बताया कि टोडी और बगराना में दो बस डिपो का निर्माण किया जा रहा है।
बैठक में विश्व बैंक की टीम के सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी और जयपुर शहर की जरूरतों को समझकर सार्वजनिक परिवहन की स्थिति में बदलाव किया जा सकता है। दल के सदस्यों ने फ्यूल एफिशिएंसी पर फोकस करने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि इसके लिए ड्राइवर्स को ट्रेनिंग और बसों की मेंटिनेस पर जोर देना जरूरी है। इससे दुर्घटनाओं पर रोक लगेगी और सेवाएं बेहतर बनेंगी।