करोडों का प्लांट बना कबाड़

www.khaskhabar.com | Published : शुक्रवार, 23 सितम्बर 2016, 7:27 PM (IST)

भीलवाड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम वसुंधरा राजे भले ही कचरा प्रबंध और स्वच्छता के लिए सडक़ों पर आ रहे है, मगर शायद भीलवाड़ा नगर परिषद प्रशासन को इससे सरोकार नहीं है। गंदगी से निजात दिलवाने के लिए जनता के पसीने के पैसे से 3 करोड रुपए से बनाए ठोस कचरा निस्तारण प्लांट की सूध लेने वाला आज कोई नहीं हैं।

पांच साल से करोडों के उपकरण धूल फांक रहे है जो कि धीरे-धीरे कबाड में तब्दील होते जा रहे हैं। कचरा निस्तारण और कचरे से कंपोस्ट खाद बनाने का जनता को सपना दिखा नगर परिषद ने तीन करोड़ रुपए का प्लांट बनाया। शहर के 17 किलोमीटर दूर सांगानेर के पास ट्रंचिग ग्राउड पर बने प्लांट का तत्कालीन केंद्रीय मंत्री डॉ. सीपी जोशी ने अक्टूबर,2009 में प्लांट का उदघाटन किया था। उस दिन के बाद से ही इसे भुला दिया गया।

परिषद प्रशासन की लापरवाही का आलम यह है कि पांच साल पुराने प्लांट से अब तक एक एक बोरा खाद तक नहीं बना। जिस एनजीओ के भरोसे करोड़ो की संपति छोड़ी गई वह भी भाग गया। 12 वें वित आयोग से मिली राशि की मदद से बने प्लाट न चलाने वाले एनजीओ के खिलाफ भी परिषद नोटिस थमाने से ज्यादा कुछ नहीं कर पाया। ऐसी कागजी खानापूर्ति और ठोस कदम नहीं उटाने से बेखोफ एनजीओ इंट्रीग्रेटेड स्क्रू ने वापस मुडक़र तक नहीं देखा। अब परिषद प्रशासन उसे ब्लैक लिस्टेड करने की बात कर रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर इस गंभीर लापरवाही से आमजन पर पडऩे वाले बोझ के लिए जिम्मेदार लोगों पर क्या कभी कार्रवाई होगी।