कबीर: नहीं मानी आदित्य की बात, टाइगर से बाहर

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 22 सितम्बर 2016, 9:41 PM (IST)

बतौर लेखक निर्देशक यशराज फिल्म्स से अपना करियर शुरू करने वाले कबीर खान की सुपर हिट फिल्म ‘एक था टाइगर’ का सीक्वल ‘टाइगर जिन्दा है’ इन दिनों चर्चाओं में है। इस फिल्म की चर्चाओं के कई कारण हैं।

पहला कारण यह है कि इस फिल्म में पांच साल के लम्बे अन्तराल के बाद कैटरीना कैफ और सलमान खान की जोडी नजर आएगी। कभी सलमान खान के नाम के सहारे अपनी वैतरणी पार करने वाली कैटरीना कैफ एक बार फिर से अपनी वैतरणी पार करने के लिए सलमान का सहारा ले रही हैं।

दूसरा कारण यह है कि इस फिल्म के लेखन-निर्देशन की जिम्मेदारी कबीर खान को न देकर ‘सुल्तान’ फेम अली अब्बास जफर को दी गई है। कहा जा रहा है कि आदित्य चोपडा ने यह परिवर्तन करने से पहले सलमान खान की सहमति ली। फिल्म के निर्देशक के तौर पर अली अब्बास जफर का नाम सुनकर हैरानी होना लाजिमी था।

जब बॉलीवुड के खबरचियों ने ‘टाइगर जिंदा है’ में कबीर के ना होने के पीछे की वजह तलाशी तो जो वजह सामने आई उससे और हैरानी हुई। खबरचियों के अनुसार कबीर खान को इस फिल्म से अलग करने का सबसे बडा कारण यह था कि वे अपनी किसी भी फिल्म का सीक्वल बनाना पसन्द नहीं करते हैं। दूसरा उन्होंने आदित्य चोपडा के सामने शर्त रखी कि वे इसका सीक्वल तभी बनाएंगे जब वे इसके सह निर्माता होंगे।

आदित्य चोपडा को कबीर खान की यह बात पसन्द नहीं आई और उन्होंने कबीर खान को अपनी इस फिल्म से अलग करने का निर्णय लिया। उन्होंने इसकी जिम्मेदारी अली अब्बास जफर को सौंपी जो उनके लिए पहले से तीन हिट फिल्में—मेरे ब्रदर की दुल्हन, गुंडे और ‘सुल्तान’ का लेखन निर्देशन कर चुके थे।

अब देखने वाली बात यह है कि ‘सुल्तान’ में सलमान खान के साथ अच्छी ट्यूनिंग बनाने वाले अली अब्बास जफर अपनी फिल्म ‘टाइगर जिन्दा है’ में वो जादू कायम रख सकेंगे जो कबीर खान ने किया था। अली को इस फिल्म की सफलता के लिए उसकी कथा, पटकथा और संवादों के साथ-साथ निर्देशन पर भी बारीक निगाह रखनी होगी। दर्शकों की उम्मीदें इस फिल्म से बहुत ज्यादा बढ गई हैं।

इसका कारण है कि पांच साल बीतने पर भी दर्शकों के जेहन में सलमान खान की यह फिल्म ‘जिन्दा’ है। सलमान खान द्वारा निभाए गए ‘लार्जन दैन लाइफ’ किरदार को वापस परदे पर जीवंत करना बडी जिम्मेदारी है। इस किरदार में कोई भी कमी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर धराशायी कर सकती है। साथ ही सलमान के सूरज की तरह चमकते करियर को चांद की शीतल चांदनी में भी बदल सकती है।