व्यवसायी का अपहरण मामला : फिरौती लेने वाला गिरफ्तार

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 22 सितम्बर 2016, 9:30 PM (IST)

जालोर। सांचौर उपखंड क्षेत्र के पलादर सरहद में करीब साढ़े चार माह पहले मुंबई के कपड़ा व्यवसायी को अगवा कर उससे 70 लाख की फिरौती वसूलने के मामले में एक और आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने मुंबई में हवाला के जरिए 20 लाख रुपए की राशि प्राप्त की थी।

पांच के खिलाफ हो चुका है चालान
अपहरण का मास्टर माइंड दिनेश पुत्र जांवताराम बिश्नोई निवासी मालवाड़ा थाना चितलवाना, भजनलाल पुत्र मोहनलाल बिश्नोई निवासी आमली, सुनील उर्फ सांवलाराम बिश्नोई निवासी बी ढाणी सांचौर, गजेंद्र उर्फ गोदाराम सोनी निवासी खारा एवं दिनेश कुमार पुत्र गंगाविशन बिश्नेाई निवासी कोजा को पूर्व में गिरफ्तार कर न्यायालय में आरोप पत्र पेश किया जा चुका है।

खुल सकती हैं अन्य वारदातें
फिरौती की रकम वसूलने वाले चितलवाना थाना क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटर प्रकाश पुत्र ठाकराराम विश्नोई एवं मुंबई में फिरौती की राशि लेने वाले सोहनलाल पुत्र जगराम बिश्नोई निवासी भादरणा एवं अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सांचौर पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थी। इसी के तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जसाराम बोस एवं सांचौर वृत्ताधिकारी गणेशराम के नेतृत्व में सांचौर थानाधिकारी मांगीलाल ने आरोपित सोहनलाल को बुधवार को गिरफ्तार किया। फिलहाल, आरोपित से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकता है।

यह था मामला
गौरतलब है कि गत 3 मई को मुंबई का कपड़ा व्यवसायी मोहनलाल अपने साथियों के साथ स्वयं के वाहन से मुंबई जा रहा था। इस दौरान उपखंड क्षेत्र के पलादर सरहद में कुछ बदमाशों ने उसे अगवा कर लिया। अपहरणकर्ता व्यापारी व उसके साथियों को एक स्कॉर्पियो में डालकर बाड़मेर व जैसलमेर जिले में घुमाते रहे। इस दौरान उसे जान से मारने का भय दिखाकर 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी। जिसमें से 50 लाख रुपए की राशि दिल्ली में तथा 20 लाख रुपए की राशि मुंबई में अपने साथियों को दिलवाई। इसके बाद 4 मई की रात अपहरणकर्ताओं ने व्यापारी को पलादर सरहद में गाड़ी सहित छोड़ा और फरार हो गए। व्यवसायी मोहनलाल की ओर से 5 मई को सांचौर थाने में इस संबंध में प्रकरण दर्ज कराया गया था। इस पर पुलिस अधीक्षक कल्याणमल मीणा के निर्देश में टीम बना कर अनुसंधान के दौरान वारदात करने वाले आरोपितों का डाटा बेस तैयार किया गया।