लोन तो पास हो गया, अब पैसे के लिए भटक रहे दिव्यांग भाई-बहन

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 22 सितम्बर 2016, 09:07 AM (IST)

भीलवाड़ा। सरकारें जहां दिव्यांगों को आर्थिक सहायता देने के लिए योजनाएं बनाती हैं, वहीं जमीनी स्तर पर कुछ अधिकारियों की लापरवाही से यह योजनाएं दिव्यांगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती हैं। ऐसा ही मामला यहां भीलवाड़ा जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में आया। जहां तीन दिव्यांग भाई-बहन अपनी किराना की दुकान के लिए पास लोन का पैसा बैक मैनेजर द्वारा नहीं देने की फरियाद लेकर आए। उन्होंने जिला कलेक्टर डॉ. टीना कुमार से मिलकर अपनी फरियाद सुनाई। भीलवाड़ा के बिगोद निवासी तीन दिव्यांगों को समाज कल्याण विभाग द्वारा 50-50 हजार रुपए का किराना की दुकान शुरू करने के लिए लोन पास हुआ था लेकिन, बैंक मैनजर ने उन्हें यह राशि देने से इनकार कर दिया। जिसके चलने-फिरने में असमर्थ यह दिव्यांग जैसे-तैसे जिला कलक्टर के कार्यालय पहुंचे।

यह है मामला

दिव्यांग असलम व शहनाज ने कहा कि हम किसी के आगे मोहताज न रहे और कुछ काम धंधा करके अपना गुजर बसर कर सकें, इसके लिए किराना की दुकान शुरू करना चाहते हैं। इसके लिए हमने 5 माह पूर्व समाज कल्याण विभाग से 50 हजार रुपए के लोन के लिए आवेदन किया था। यहां से तो हमारा लोन पास हो गया लेकिन, अब बैंक मैनजेर हमें आए दिन टरका रहा है। मंगलवार को जब हम बैंक गए तो मैनजर ने यह कह कर चलता कर दिया कि तुम्हारी फाइलें ही गुम हो गई हैं। दिव्यांगों ने बताया कि हमें 500 रुपए पेंशन के तो मिलते हैं लेकिन, आज के दौर में इतने कम पैसों में हमारा गुजारा नहीं हो सकता है। इस मामले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक शरत शर्मा ने कहा कि हमने पूर्व में भी इन दिव्यागों को ट्राई साइकिल दी थी। इनके लोन के मामले में बैंक मैनजेर से बात करके इन्हें जल्द लोन की राशि दिलाई जाएगी।