अजमेर में साकार हुई पूर्वोत्तर की कला और संस्कृति

www.khaskhabar.com | Published : गुरुवार, 22 सितम्बर 2016, 08:02 AM (IST)

अजमेर। राज्यपाल कल्याण सिंह ने अजमेर शहर की स्मार्ट सिटी के लिए घोषणा होने पर बधाई देते हुए कहा कि यह अजमेर के साथ-साथ राजस्थान के लिए भी गर्व तथा प्रसन्नता का विषय है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कार्यक्रम ‘ऑक्टेव 2016’ एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार कर रहा है। इसके द्वारा आध्यात्मिक और सूफी संतों की धरती अजमेर में सांस्कृतिक समागम हो रहा है। राज्यपाल ने यहां महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय परिसर में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित ‘ऑक्टेव 2016’ के उद्घाटन किया। इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारत के पूर्वाेत्तर क्षेत्र की सेवन सिस्टर और सिक्किम ने मिलकर ऑक्टेव का उत्सव तैयार किया है। इन राज्यों के कलाकारों, शिल्पकारों, साहित्यकारों और चित्रकारों की कला तथा सृजनशीलता से राजस्थान रू-ब-रू हो पाएगा।

पूर्वोत्तर की संस्कृति और लोककला से परिचय

इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि हमारा देश विविधता में एकता को प्रदर्शित करता है। छात्र संगठनों द्वारा पूर्वोत्तर के राज्यों के विद्यार्थियों का जयपुर, उदयपुर तथा जोधपुर में प्रवास के कार्यक्रम बनाकर सांस्कृतिक विनिमय का प्रयास किया जाता है। उसी का वृहद रूप ऑक्टेव के रूप में सामने आया है। इससे भारत के समस्त क्षेत्र एक दूसरे के नजदीक आएंगे। हमारी विभिन्न संस्कृतियों का मिलाप होगा। समारोह की अध्यक्षता करते हुए महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडानी ने कहा कि इस पांच दिवसीय ऑक्टेव कार्यक्रम के द्वारा उत्तर पूर्व के 8 राज्यों की सांस्कृतिक धरोहर से परिचय हो सकेगा। युवा पीढ़ी मुख्य धरा की संस्कृतियों से रू-ब-रू हो पाएंगी। समारोह के आरंभ में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के निदेशक मोहम्मद फुरकान खान ने सभी का स्वागत किया तथा बताया कि इस उत्सव में आठ राज्यों के पौने तीन सौ कलाकार व शिल्पकार, साहित्यकार आदि भाग ले रहे हैं।