आतंकियों ने पहाड़ पर गुजारी रात, स्टोर और कुॅक हाउस में जवानों को लॉक कर लगाई आग

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 21 सितम्बर 2016, 11:44 AM (IST)

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना मुख्यालय पर घातक हमले करने से पहले आतंकवादियों ने पूरे प्लान के साथ तैयारी की थी। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी एनआईए की जांच में सामने आए तथ्य के अनुसार आतंकियों ने सेना के बेस कैंप पर हमले से पहले एक दिन पहाड़ पर गुजारा था। और वहीं से अपनी पूरी तैयारी को जांचा था। इन आतंकियों ने जवानों को स्टोर रूम और कुक हाउस में बाहर से बंद कर दिया था। ताकि आग लगाए जाने के बाद जवान बाहर न आ पाए।

एनआईए की जांच में पता चला है कि आतंकियों को सेना के बेस कैंप के बारे में पहले से काफी जानकारी थी। जांच एजेंसी की ऐसी आशंका है कि आतंकियों ने सबसे पहले एक चौकीदार को गोली मारी थी। इसके बाद आतंकी बंट गए थे। तीन आतंकी जवानों के टेंट की तरफ बढ़े और चौथा आतंकी अफसरों की तरफ बढ़ा।

इसके बाद वह सेना की जवाबी कार्रवाई में मारा गया। अब एनआईए यह पता लगा रही है कि आतंकी सेना के बेस कैंप में कैसे दाखिल हुए। एजेंसी डैमेज हो चुके जीपीएस से डाटा निकालने की कोशिश में लगी है, जिसकी मदद से पाक के खिलाफ सबूत पेश किए जा सके। इन चारों आतंकियों के अंतिम संस्कार कराने से पहले इनके फिंगरप्रिंट भी ले चुकी है। हथियारों की भी जांच की जा रही है। अभी तक उनके पाकिस्तान मेड होने की पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। हांलाकि उनके पास मिली सूई, पेनकिलर और खाने के सामानों पर पाकिस्तानी कंपनी का नाम जरूर है।