भिवानी में बेसहारा पशुओं की संख्या सबसे अधिक, मेवात में सबसे कम

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 21 सितम्बर 2016, 10:45 AM (IST)

हिसार।राष्ट्रीय राजमार्ग और शहर की मुख्य सडक़ों पर बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को जिला उपायुक्तों से वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के जरिए उनके जिले में बेसहारा पशुओं के बारे में जानकारी हासिल की है। सूत्रों के मुताबिक सरकार जिला स्तर पर गौअभ्यारण्य बनने तक प्रदेश के हर जिले में चल रही गौशालाओं से सहयोग की अपेक्षा कर रही है। इस कड़ी में सरकार जिले की गौशालाओं के इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए जिला स्तर पर पहले चरण में 15 लाख की ग्रांट रिलीज करेगी और आगामी दिनों में सरकार ग्रांट की इस राशि करीबन सवा दो गुना बढ़ाकर जिला स्तर पर करीबन 35 लाख रुपए की राशि वितरित करेगी। प्रदेश की सडक़ों को बेसहारा पशुओं से मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसमें प्रत्येक जिले में सडक़ों पर घूमने वाले बेसहारा पशुओं की संख्या को बताया गया
मेवात में सबसे कम और भिवानी में सबसे ज्यादा बेसहारा पशु
मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की गई रिपोर्ट के मुताबिक जिला स्तर पर सबसे कम बेसहारा पशु 755 मेवात जिले में हैं और इस जिले में कुल 12 गौशालाएं स्थापित हैं। आंकड़ों के अनुसार प्रत्येक गौशाला को केवल 62 बेसहारा पशु रखने हैं और जिले की सडक़ों पर बेसहारा घूमने वाले पशुओं को सहारा मिल सकता है। वहीं प्रदेश में सबसे ज्यादा 15057 बेसहारा पशु भिवानी जिले में हैं, जहां कुल 30 गौशालाएं हैं और प्रत्येक गौशाला को औसतन 501 बेसहारा पशुओं को अपनी गौशाला में देखभाल के लिए रखना होगा।