विदेशों में मेला-प्रदर्शनियों में हिस्सा लेने वाले निर्यातकों को 3 लाख रु. तक की वित्तीय सहायता

www.khaskhabar.com | Published : बुधवार, 14 मार्च 2018, 10:51 PM (IST)

जयपुर। उद्योग एवं राजकीय उपक्रम मंत्री राजपाल सिंह शेखावत ने कहा है कि प्रदेश से निर्यात को बढ़ावा देने और विदेशों में आयोजित मेला प्रदर्शनियों में निर्यातकों को भाग लेने के लिए प्रेरित करने के लिए एक वर्ष में एक इकाई को तीन मेला प्रदर्शनियों में भाग लेने के लिए अधिकतम तीन लाख रु. तक वित्तीय सहायता दी जा सकेगी।
उद्योग मंत्री शेखावत ने बताया कि प्रदेश से वर्ष 2016-17 में 40 हजार 776 करोड़ रु. का निर्यात हो रहा था जिसे आने वाले वर्षों में तीन गुणा करते हुए एक लाख 21 हजार करोड़ रु. से अधिक का किए जाने के लक्ष्य के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि विदेशों में आयोजित होने वाले मेला प्रदर्शनियों में हिस्सा लेने वाली इकाइयों को 9 वर्गमीटर तक की स्टॉल पर चुकाए जाने वाले ग्राउण्ड रेंट/सहभागिता शुल्क पर 30 प्रतिशत की दर से अधिकतम एक लाख रु. का पुनर्भरण राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक वर्ष में एक इकाई विदेश में आयोजित 3 इवेंट के लिए अधिकतम 3 लाख रुपए का पुनर्भरण राज्य सरकार से प्राप्त कर सकती है। यह सहायता राजस्थान उद्योग निवेश संवर्धन नीति के तहत उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि विदेशों में आयोजित मेला प्रदर्शनियाें में हिस्सा लेकर राजस्थान के निर्यातक अपने उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग करने के साथ ही विदेशों की मांग को आसानी से समझ कर उसके अनुसार उत्पाद तैयार कर निर्यात बढ़ा सकते हैं।
उद्योग मंत्री शेखावत नेबताया कि इस वित्तीय वर्ष में विदेशों में आयोजित मेला प्रदर्शनियों में हिस्सा लेने वाली निर्यातक इकाइयां संबंधित जिले के जिला उद्योग केन्द्र में मय आवश्यक दस्तावेज के सहायता राशि के लिए तत्काल आवेदन कर सहायता राशि प्राप्त कर सकती है। उन्होंने बताया कि योजना का विस्तृत विवरण वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
शेखावत नेबताया कि प्रदेश से टैक्सटाइल्स, एग्रो एण्ड फूड़ प्रोडेक्ट््स, जेम एवं ज्वेलरी, इंजीनियरिंग, फेरस एवं नोन फेरस मेटल, डायमेंशनल स्टोन, मार्बल ग्रेनाइट आदि, मिनरल्स, कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर, केमिकल व एलाइड, दवाएं, प्लास्टिक लिनोलियम, हस्तशिल्प, रेडिमेड गारमेंट, कारपेट सहित विविध प्रकार के उत्पादाें का निर्यात होता है।
शेखावत ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश की इकाइयों को निर्यात प्रोत्साहन के लिए निर्यात पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं।वर्ष 2015-16 और 2016-17 के निर्यात पुरस्कारों की घोषणा जल्दी ही कर दी जाएगी, जबकि राज्य के उद्योग विभाग ने वर्ष 2012-13 से 2014-15 तक के तीन साल के निर्यात पुरस्कारों का वितरण सितंबर 2017 में एमएसएमई डे पर किया जा चुका है।

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